जिला ब्यूरो चीफ योगेश गोविन्द राव कबीर मिशन समाचार पत्र कुशीनगर उत्तर प्रदेश।
कुशीनगर रामकोला नगर मे स्थित त्रिवेणी चीनी मिल परिसर के गुरूद्वारे में सोमवार को सिखों के दसवें गुरु बलिदान,साहस और आध्यात्मिक नेतृत्व के प्रतीक गुरु गोविंद सिंह की जयंती
पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई गई। इस अवसर पर गुरुद्वारा में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पाठ का आयोजन किया गया। जिसके बाद लंगर भी करवाया गया। जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं, युवाओं व पुरुषों ने प्रतिभाग किया।
गुरुद्वारे में ज्ञानी ने शौर्य और साहस के प्रतीक गुरु गोविन्द सिंह के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गुरु गोविन्द सिंह का जन्म पौष माह की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को बिहार के पटना में हुआ।
गुरु गोविन्द सिंह एक आध्यात्मिक गुरु होने के साथ-साथ एक योद्धा, कवि और दार्शनिक भी थे। गुरु गोविन्द सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। गुरु गोविन्द सिंह के जन्म दिवस को प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है। जयंती के मौके पर गुरु गोविंद सिंह
के वचन सवा लाख से एक लड़ाऊं, चिड़ियों से मैं बाज लड़ाऊं, तभी गोबिंद सिंह नाम कहाऊं पंक्ति पढ़ी गई। इस अवसर पर चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक यशराज सिंह, कारखाना प्रबन्धक मानवेंद्र राय, संजय तिवारी, अवधेश सिंह, उर्मिला धारीवाल,
सतीश चौहान, जगदीश चावला,ज्ञानी संजय सिंह, आनंद मिश्रा, कमल राज मधोक, जसपाल सिंह, शिवम् चड्ढा, राजेश शर्मा, गौरव नंदा, राज मनोहर, अंजना चड्ढा ,शशी नंदा, मंजू चावला, जितेंद्र श्रीवास्तव, ऋतिक श्रीवास्तव,सहित तमाम काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।