स्वरोजगार मूलक योजनाओं की प्रगति की समीक्षा।
इंदौर। जिले में केंद्र तथा राज्य शासन द्वारा संचालित विभिन्न स्वरोजगार मूलक योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिले में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में 187 युवाओं को स्वरोजगार के लिए 5 करोड़ 80 लाख रूपये का ऋण दिया गया है। जिले में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्वरोजगार मूलक योजनाओं के तहत प्राप्त लक्ष्यों की पूर्ति इसी वित्तीय वर्ष में करें। कोशिश यह की जाए कि निर्धारित लक्ष्य फरवरी माह के अंत तक ही पूरे हो जाए।
जिले में पिछले दिनों जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती वंदना शर्मा ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर लक्ष्य पूर्ति के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे। बैठक में शासन प्रायोजित स्वरोजगार योजनाओं की प्रगति वर्ष की 2022-23 की 25 जनवरी 2023 की स्थिति में योजनावार समीक्षा की गई। बैठक में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम वर्ष 2022-23 अंतर्गत जिले को आवंटित लक्ष्य की प्रगति की समीक्षा की गई। बताया गया कि इस योजनांतर्गत जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र को आवंटित वार्षिक लक्ष्य 64 के विरुद्ध बैंको द्वारा 239 प्रकरण 816 लाख रूपये के स्वीकृत किए गए हैं। योजना के तहत 159 प्रकरणों में 4 करोड 11 लाख के ऋण वितरित किये गए हैं। इसी प्रकार खादी ग्रामोद्योग बोर्ड को 38 का वार्षिक लक्ष्य दिया गया था, जिसके विरूद्ध 141.82 लाख रूपए के ऋण 25 प्रकरणों में वितरित किए गए।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम वर्ष 2022-23 योजनांतर्गत इंदौर जिले में कुल लक्ष्य 140 के विरुद्ध 187 प्रकरणों में 579.07 लाख रूपए का ऋण वितरण किया गया है, जो कि जिले को प्राप्त वार्षिक लक्ष्य का 134 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना वित्तीय वर्ष 2022-23 इंदौर जिले को योजनांतर्गत 4200 हितग्राहियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र द्वारा जिले को आवंटित लक्ष्य के विरुद्ध 1375 प्रेषित किए गए है। जिले के बैंकों द्वारा 672 प्रकरणों में 4541.40 रूपए का ऋण वितरण किया गया है जो कि कुल आवंटित लक्ष्य का मात्र 14 प्रतिशत है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा योजना में अपेक्षित प्रगति लाने के निर्देश दिए गए।
निर्देशित किया गया है कि योजना की प्रगति के लिए बैंकों के साथ समन्वय स्थापित कर अधिक से अधिक ऋण प्रकरण तैयार कर शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति हेतु आवश्यक कार्यवाही करें। योजनातर्गत बैंको द्वारा प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में ऋण प्रकरणों में से पात्र हितग्राहियों को मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में परिवर्तित किया जाना सुनिश्चित करें। भगवान बिरसा मुण्डा, टंट्या मामा, संत रविदास और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर स्वरोजगार योजनाओं के तहत पर्याप्त संख्या में ऋण प्रकरण तैयार कर बैंकों को प्रेषित करने के निर्देश दिए गए।