कबीर मिशन समाचार पत्र तहसील संवाददाता योगेश गोविंदराव कप्तानगंज कुशीनगर उत्तर प्रदेश।
रामकोला नगर के एक दलित परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। दुधमुंही बच्ची सहित सहित तीन बेटियों के सिर से मां का साया उठ गया। तीसरी बेटी के जन्म के एक सप्ताह के अंदर ही मां ने दम तोड़ दिया । मृतका की दो मासूम बच्चियां मां के शव से लिपट लिपट कर बिलख बिलख रोना देखकर वहां उपस्थित सभी की आंखें भर आयी । रामकोला नगर क्षेत्र के पंजाब मिल स्थित पड़ाव में बसफोड़ बिरादरी के सूरज अपने परिवार के साथ रहते है।
सूरज की दो लड़कियां नंदनी 10 वर्ष और चांदनी 7 वर्ष की हैं । सूरज की पत्नी कुसुम की तीसरी संतान 22 अप्रैल को ऑपरेशन द्वारा गोरखपुर एक निजी अस्पताल में पैदा हुई। 28 अप्रैल को चिकित्सकों ने जच्चा बच्चा दोनों को डिस्चार्ज कर दिया । शुक्रवार शाम को कुसुम की तबीयत गंभीर हुई और वह तीनों बच्चियों को छोड़कर इस दुनिया से अलविदा हो गई।
गरीबी का दंश झेल रहा इस दलित परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। कुसुम के शव से लिपट कर उसकी दोनों बेटियां तथा पति दहाड़े मार-मार कर रो रहे थे । परिवार के लिए दो वक्त का रोटी जुटाने वाला सूरज पर दूधमुही बेटी सहित तीनो पालने की जिम्मेदारी आ गई है। सूरज नगर पंचायत रामकोला में आउटसोर्सिंग में सफाई कर्मचारी के रूप में कार्य कर परिवार का भरण पोषण करता है।