कबीर मिशन – संतोष कुमार सोनगरा जिला ब्यूरो चीफ आगर
आगर-मालवा, 08 अगस्त/ कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह के निर्देशानुसार एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश गुप्ता के मार्गदर्शन मे जिले मे फर्जी चिकित्सकों के विरुद्व जांच दल का गठन कर जांच हेतु जांच दल भेजे गये। जांचदलों के द्वारा नगर सुसनेर, नलखेड़ा, बड़ौद एवं शहरी क्षेत्र आगर मे संचालित झोलाछाप चिकित्सको के विरुद्व कार्यवाही की गई।
नगर बड़ौद के सूचना प्राप्त होने पर मंडल बंगाली क्लीनिक जो कि मृणाल मंगल द्वारा संचालित किया जा रहा था एवं नगर बड़ौद के व्यास दवाखाने पर जांचदल के पहुंचने से पूर्व चिकित्सा व्यवसाय करने वाले क्लीनिक बंद कर भाग गये।
नगर आगर मे जांचदल डॉ. मिथुन कुमार गोलदार, जिला कुष्ट अधिकारी तथा राजस्व विभाग से नायब तहसीलदार आलोक वर्मा एवं जिला कार्यालय से राकेश पडिहार, फार्मासिस्ट नीरज शर्मा एवं भारतसिंह के द्वारा नगर के आवर रोड़ पर झाला दवाखाना जो कि विक्रम झाला के द्वारा संचालित किया जाता था एवं मास्टर कॉलोनी मे व्यास क्लीनिक जो कि जगदीशचंद्र शर्मा के द्वारा संचालित किया जाता था,
मालीखेडी रोड़ पर स्थित बिना नाम की क्लीनिक समीर खान द्वारा संचालित की जा रही थी। इन तीनों क्लीनिक को सील कर दवाईयां जप्त की गई एवं पंचनामा बनाया गया। नगर नलखेड़ा मे डॉ. मनीष कुरील, जिला स्वास्थ्य अधिकारी तथा सी.बी.एम.ओ. डॉ. विजय यादव, राजस्व विभाग से तहसीलदार प्रतिनिधी राजस्व निरीक्षक प्रभुलाल, पटवारी अजयसिंह, पुलिस विभाग से प्रधान आरक्षक राकेश दंडोतिया जांचदल के द्वारा नगर नलखेडा के अयोध्या बस्ती मे संचालित बिना नाम की क्लीनिक बी.एल. अकेला द्वारा संचालित की जाती थी, जो कि कोविड के समय नलखेड़ा बी.एम.ओ. द्वारा क्लीनिक को सील कर एफ.आई.आर. कर क्लीनिक को बंद करवाया गया था।
पूर्व से ही बी.एल. अकेला पर प्रकरण दर्ज है, एवं आज दिनांक को भी जांचदल के द्वारा क्लीनिक सील कर दवाईयां जप्त की एवं पंचनामा बनाया गया। नलखेड़ा नगर मे पाटीदार क्लीनिक जो बगलामुखी रोड़ नलखेड़ा मे बलराम पाटीदार द्वारा संचालित किया जाता था जांचदल के द्वारा यह क्लीनिक भी सील कर दवाईयां जप्त की ओर पंचनामा बनाया गया। नगर सुसनेर मे जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. नरेन्द्रसिंह परिहार, के साथ सी.बी.एम.ओ. डॉ. राजीव बरसेना एवं तहसीलदार प्रतिनिधि पटवारी गोवर्धनलाल शर्मा पुलिस विभाग से उपनिरीक्षक नारायण पुरी के साथ राममनोरथ यादव आदि जांचदल सदस्यों के द्वारा नगर सुसनेर के मालीपुरा मे बिना नाम की संचालित क्लीनीक रीतेश उपाध्याय पिता शंकरलाल द्वारा संचालित की जा रही थी। उक्त क्लीनिक को जांचदल के द्वारा सीलकर दवाई जप्त की एवं पंचनामा बनाया गया।