मूलचन्द मेधोनिया पत्रकार भोपाल
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी में हजारों की संख्या में तथागत भगवान बुद्ध जी के अनुयायियों सहित अनुसूचित जाति वर्ग के संत कबीर जी, संत रविदास जी एवं गुरु बाल्मीकि महाराज के लाखों की संख्या में अनुयायी निवास करते है। जिनकी बस्तियों में उनके धार्मिक, पूजा स्थल व आस्था के स्थान बर्षों पूर्व से है। जिनकी हालात दयनीय होकर मरम्मत और जीणोंद्रार की राह देख रही है। जो भी क्षेत्र के विधायक, सांसद निर्वाचित होने के बाद वादा करने के पश्चात अपने संकल्प, वादा को भूलते आ रहे है।
संत रविदास कल्याण फाउंडेशन भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महेश नंदमेहर, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी मूलचंद मेधोनिया एवं श्री अशोक चिंतामण, सहित बौद्ध धर्म के प्रमुख अरुण इंगले, विजय सुराणकर, अजय नारनवरे अम्बेडकर मिशनरी लोगों ने भोपाल शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों के द्वारा निर्मित बौद्ध बिहार, आश्रम एवं मंदिर धार्मिक स्थलों का निरीक्षण कर मौके पर जाकर सर्वे किया गया है। जहां पर अनुसूचित जाति के भगवान, गुरुओं, महात्मा व महापुरुषों के पवित्र आस्था स्थलों के पुनर्निर्माण, वाचनालय, सुरक्षा के इंतजाम एवं पूजा-अर्चना करने वाले पुजारी को सरकार के द्वारा कुछ भी नहीं दिया जा रहा है। जबकि शासन के द्वारा धर्मस्स विभाग व मठ मंदिरों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए लाखों का अनुरोध प्रतिवर्ष दिया जाता है। विधायक /सांसद की भी अपनी सहायता अनुदान राशि होती है। जिसके तहत अनुसूचित जाति के धार्मिक स्थलों को आर्थिक सहायता न देना दुर्भाग्यपूर्ण है। सर्वे करने गई टीम के समाजसेवी सदस्यों को सभी धार्मिक स्थलों के प्रमुखों ने बताया कि जानबूझकर हमारे आस्था स्थलों की उपेक्षा की जा रही है। केवल एक चादर का सेट बना कर या थोड़ा सा निर्माण कर संतुष्ट करने का प्रयास करते हैं। जो कि हमारे साथ अन्याय किया जा रहा है।
संत रविदास कल्याण फाउंडेशन भारत की भोपाल में दिन रात टीम के सदस्यों ने सर्वे किया और स्थलों का निरीक्षण किया। जहां पर पांच लाख रुपये से लेकर बीस लाख से अधिक अनुदान की राशि का अनुदान सरकार द्वारा प्रदान करने की आवश्यकता जाहिर की जा रही है। सभी डॉ. अम्बेडकर जी की मूर्ति का नवीनीकरण कर सुरक्षित रखने की प्रमुख मांग है। इसी क्रम में संत रविदास मंदिर समितियों, संत कबीर साहिब आश्रम के भवन निर्माण की आर्थिक सहायता व वहां पर वाचनालय सहित निशुल्क कम्प्यूटर कोचिंग संस्थान चलाने इत्यादि की मांग हुई है।
तथागत भगवान बुद्ध जी की महार समाज सहित हर वर्गों में अनुयायी भोपाल महानगर में निवासरत जिनके धार्मिक बौद्ध बिहार में बहुत नव निर्माण कार्यों की आवश्यकता है। जो कि सरकार की उनके स्थान पर प्रदान कर बिहारों का जीणोंद्रार किया जा सकता है। सर्वे टीम के सर्व श्री महेश नंदमेहर जी, श्री मूलचन्द मेधोनिया जी, श्री अशोक चिंतामण जी, श्री अरूण इंगले जी, श्री विजय सुराणकर जी, अजय नारनवरे जी, महंत परमसुख शाक्य जी, श्रीमती इंदू ताई जी इत्यादि सर्वे टीम ने निर्णय लिया है कि दिनांक 30 जुलाई को भोपाल में सभी सैकड़ों स्वयं सेवी संगठनों के सम्मानित पदाधिकारीगण की महाबैठक की जाकर मध्यप्रदेश सरकार से मांग की जायेगी की माह अगस्त के प्रथम सप्ताह के अंत तक हमारे आस्था केंद्र के लिए आर्थिक सहायता दी जाये। तथा हमारे वर्ग के महापुरुष स्वतंत्रता आंदोलन में शहीद होने वाले वीर मनीराम जी अहिरवार जैसे महान क्रांतिकारी के नाम पर भोपाल में भूमि आवंटित कर उनके उत्तराधिकारी परिवार की सहायता हो। ताकि अनुसूचित जाति के लोग भी स्वाभाविक का जीवन जीकर अपनी धार्मिक आजादी से रह सके।