बाबासाहेब अम्बेडकर आज डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर जी की जन्मभूमि, महू स्मारक पर शासकीय कन्या महाविद्यालय, उज्जैन की एनसीसी विभाग की छात्राओं ने भ्रमण किया।
इस अवसर पर जन्मभूमि के सचिव राजेश वानखेड़े जी ने छात्राओं को राष्ट्र निर्माता डॉ. अम्बेडकर जी के जीवन संघर्ष में शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉक्टर का बच्चा यदि डॉक्टर, इंजीनियर, कलेक्टर बने इसमें कोई नई बात नही है, इतिहास तो तब बनता है जब अभावग्रस्त जीवन यापन करने वाले या सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे, शिक्षा की ताकत को समझकर ऊंचे-ऊंचे पदों पर पहुंचकर अपने माता पिता और राष्ट्र का नाम रोशन करते है।
सचिव वानखेड़े जी ने सभी छात्राओं को भारतीय संविधान को विस्तार से जानकारी देते हुए देश की आधी आबादी महिलाओं के समग्र कल्याण के लिए बाबासाहेब द्वारा किए गए कार्यों को भी समक्ष रखा।
सभा के अंत में प्रा. डॉ. सरोज रत्नाकर जी के नेतृत्व में आए छात्राओं के दल ने राजेश जी द्वारा दी गई समस्त जानकारियों को ध्यान पूर्वक सुन कर जीवन में उतारने का संकल्प लिया और बाबासाहेब द्वारा संविधान में प्रदत्त अधिकारों की वजह से महिलाओं को हासिल नए जीवन और तरक्की के लिए बाबासाहेब को नमन किया।