अव्यवस्थाओं को लेकर पत्रकारों द्वारा लिखने से बौखलाए पंडित मिश्रा
मंदसौर। पत्रकारों को बताया कौआ और कहा जब तक छितडा नही मिलेगा, अच्छा नही लिखेंगे पहले भी महिलाओं के खिलाफ विवादित बयान देकर मांग चुके है माफी अव्यवस्थाओं को लेकर पत्रकारों द्वारा लिखने से बौखलाए पंडित मिश्रा मन्दसौर में शिवमहापुराण की कथा का वाचन करने वाले प्रदीप मिश्रा आए दिन विवादित बयान देने से बाज नही आ रहे है, कथा के दौरान उन्होंने पत्रकारों को कौआ बताया क्या उन्हें व्यासपीठ से इस तरह की बात बोलना शोभा देता है.?
पंडित मिश्रा ने पत्रकारों के बारे में यहां तक कहा कि कई पत्रकार एसे भी है, जो दिन रात कथा से बुराईयां छांटते रहेंगे इन कौओ को कहीं ले जाकर श्राद्ध का भोजन करा दो ये कौवे है, जब तक इन्हें छितड़ा खाने को नही मिलेगा तब तक यह अच्छा नही लिखेंगे उल्लेखनीय है वर्तमान में मन्दसौर में शिवमहापुराण कथा का वाचन पंडित मिश्रा कर रहे है, अव्यवस्थाओं को लेकर मीडिया खबरें प्रकाशित कर रही है, कथा के लिए लगे डोम में क्रास वेन्टीलेशन नही होने से सैकड़ों लोग रोज बीमार हो रहे है, इसकी खबरें भी प्रकाशित हो रही है, इसी से बौखलाकर पंडित मिश्रा की जिबान फिसल गई और अव्यवस्थाओं को लेकर लिख रहे पत्रकारों के बारे में कुछ भी बोलने लगे उल्लेखनीय है कि यह कथा वाचक पूर्व में भी मन्दसौर जिले की महिलाओं के लिए देह व्यापार करने का विवादित बयान दे चुके है और बाद में माफी भी मांग चुके है मिश्रा एक बार कथा के दौरान मोदी है तो हिन्दू है भी कह चुके है, जबकि उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि मोदी अभी प्रधानमंत्री बने है।
इससे पहले भी कई प्रधानमंत्री देश के लिए अपनी जान गंवा चुके है मिश्रा एक कथावाचक है, न कि राजनेता और संत फिर भी वे धर्म के नाम श्रद्धालुओं को गुमराह करने में लगे हुए है कथा वाचक जोशी संविधान को बदलने की बात भी एक बार व्यास पीठ से बोल चुके है, इन सब के पीछे इनका क्या उद्देश्य है, यह तो वही जाने पर संविधान बदलने की बात बोलने के बाद भी इनके खिलाफ कार्रवाई नही होना कहीं न कहीं बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है.?