कबीर मिशन समाचार पत्र
सुरेश मैहर संवाददाता गरोठ जिला मंदसौर
इसकी तैयारियों को लेकर क्षेत्र के विधायक देवीलाल धाकड़ ने ली कार्यकर्ताओं की बैठक
गरोठ । संत शिरोमणि रविदास जी महाराज की रथ यात्रा चितोड़ से प्रारंभ हो रही है जो 27 जुलाई 2023 गुरुवार को गरोठ विधानसभा मैं 4:30 बजे के लगभग प्रवेश करेगी जो सुवासरा से बरडिया अमरा पहुंचेगी जिसके बाद शामगढ़ नाका बोलिया रोड के यहां पर गरोठ नगर में प्रवेश करेगी जो गरोठ नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई और रविदास मोहल्ले में श्री राम मंदिर के यहां पर जन संवाद की सभा होगी। यात्रा का विश्राम गरोठ में होगा इसके बाद रूपरा से पिपलियामिठ्ठेशाह कुर्लासी ढाकनी बढ़िया इस्तमुरार आदि गांव में होकर गुजरेगी ।
इस रथयात्रा की तैयारियों को लेकर भाजपा कार्यालय गरोठ पर क्षेत्र के विधायक श्री देवीलाल धाकड़ भाजपा पिछड़ा मोर्चा जिला अध्यक्ष रणजीत सिंह चौहान भाजपा जिला उपाध्यक्ष एवं नगर परिषद अध्यक्ष राजेश सेठिया जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि श्याम सिंह चौहान मंडल अध्यक्ष श्री उमराव सिंह चौहान आदि की विशेष उपस्थिति में कार्यकर्ताओं की बैठक संपन्न हुई ।
बैठक मैं विधायक के देवीलाल धाकड़ ने कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन देते हुए बताया कि महू में डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाई गई है इसी प्रकार संत रविदास जी का सागर में 100 करोड़ रुपए की लागत से मंदिर बनने जा रहा है बड़ी ही प्रसन्नता की बात है यह रथयात्रा गांव गांव में पहुंचकर मिट्टी और नदियों का जल लेकर वहां पर पहुंचेगी जहां पर भव्य मंदिर का निर्माण होगा । यह रथयात्रा मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद की ओर से निकाली जा रही हैं ।
इस रथयात्रा का गरोठ नगर में ऐतिहासिक रूप से स्वागत होना चाहिए । और अधिक से अधिक संख्या में अनुसूचित जाति वर्ग के लोगो की सहभागिता होना अनिवार्य है । इस यात्रा के लिए गरोठ में दिनेश पाटीदार मोहनलाल मेघवाल हिमांशु जांगड़े प्रभारी बनाए गए हैं । भारतीय जनता पार्टी सबका साथ सबका विकास को लेकर चलने वाली पार्टी है । बैठक में अन्य पदाधिकारियों का भी मार्गदर्शन प्राप्त हुआ । बैठक में सरिता सेठिया अशोक पहलवान विनोद ग्वाला सतीश गुजराती गोकुल सिंह चौहान रविंद्र पुरी गोस्वामी कमलेश गुर्जर हरीश जोशी श्याम सिंह चौहान मीडिया प्रभारी दिनेश पंवार सहित अन्य मंडल गरोठ के कार्यकर्ता उपस्थित थे । बैठक का संचालन उमराव सिंह चौहान के द्वारा किया गया आभार प्रदर्शन महेश मालवीय द्वारा माना गया ।