गरिबों को शासकीय राशन दुकान से दिए जाने वाले वन्या नमक में निकल रही है काली रेट, कंकड़ पत्थर व कचरा।
राजगढ़/सारंगपुर। सरकार व प्रशासनिक अधिकारी सभी गरिबों को मारने व बिमारी पैदा करने पर तुले हुए हैं। यह आम बात नहीं है एक किलो नमक में एक ग्राम कंकड़ निकलना भी ख़तरनाक साबित हो सकता है। यदि इतनी बड़ी मात्रा में भोजन के साथ यदि ऐसे काले पत्थर के कंकड़ इंसान का लें और यदि यह पेशाब थैली में या अन्य किसी अन्दर के हिस्से में जमा जाए तो आप अंदाजा लगा सकते हो कि कितनी बड़ी बिमारी बन सकती है।
आज से कुछ दिनों पहले से ही भोजन में कंकड़ चब रहें थे लेकिन उसे किसी कारणवश नज़र अंदाज़ कर दिया। लेकिन जब आज घर पर खाना बनाते समय शासकीय राशन दुकान से मिलने वाले वन्या प्लस नमक की थैली खोली और डिब्बे डाल ही रहे थे की कुछ काला – काला दिखाई दिया। जिसके बाद हमने थाली में पुरी नमक की थैली को वीडियो बनाकर खाली किया तो देखा कि इस एक किलो वन्या प्लस नमक की थैली में पथरी करने लायक इतने कंकड़ दिखाई दिए हैं कि ग़रीब इंसान को इसे खाकर कुछ भी शारीरिक बिमारी होना संभव है। यह मात्र लगभग 5 ग्राम से कम नहीं होगी।
सरकार गरिबों को फ्री में राशन तो दे रही है लेकिन राशन के उनके स्वास्थ्य से खिलवाड़ भी किया जा रहा है। प्रशासन में बैठे संबंधित विभाग के अधिकारियों भी ध्यान नहीं देते हैं। इसका एक वीडियो बनाया है जिसमें स्पष्ट दिखाई दे रहा है काले पत्थर। हम मांग करते हैं कि जहां से भी इस नमक की पैकिंग हो रही वहां प्रशासन व संबंधित अधिकारियों को देखना चाहिए और इस तरह से खराब नमक भरने वाली कंपनी को बंद कर देना चाहिए। आम तौर पर देखा गया है कि कंट्रोल की शासकीय राशन दुकान पर जो अनाज गरीबों को दिया जा रहा है वहां बहुत घटिया सामग्री बांटी जा रही है।
इस घटनाक्रम से सरकार के ऊपर भी सवाल खड़े होते हैं कि क्या गरीब व्यक्ति को फ्री का राशन लेने के नाम पर घटिया क्वालिटी का अनाज व नमक भेजा जा रहा है। यह न चबने वाले पत्थर यदि खाने के साथ पेट में चले जाते हैं तो इसका क्या असर होगा?
यह फ्री वाला राशन गरीब को कितना महंगा पड़ सकता है इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। नमक जैसी समाग्री में इस प्रकार की मिलावट चिंतन का विषय है। क्या सरकार और प्रशासन में बैठे लोगों को इस बात की बिल्कुल चिंता नहीं है या सरकार ही गरीब हो गई जो नमक जैसे खाने वाले में मिलावट करके गरीब को भेज रहे यह शर्मनाक है।