जिले के सेंकड़ों शिक्षक और प्रधानपाठक उच्च पद के व्याख्याता के पद से बंचित है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में जो सहायक शिक्षक से व्याख्याता और जो सीधे उच्च श्रेणी शिक्षक पद पर नियुक्ति हुई शासन के इस लाभ से बंचित कर दिए गए कार्यालय के लिपिक से संपर्क किया। जवाब मिला आयुक्त भोपाल से पूछा जाए।
जब भी तो डीईओ ऑफिस के लिपिक लोगों का स्थानांतरण दूसरे संभाग कर दिया था। अब महसूस हुआ उचित था। डीईओ जी से निवेदन है स्थापना के लिपिक व्यवहार ठीक करे शिक्षकों से इसी नसीहत दे।और 1987 से 1993 के डायरेक्टर उच्च श्रेणी शिक्षक और प्रधानपाठक की सूची पुनः भोपाल भेजी जावे। कलेक्टर महोदय से निवेदन है कि किसी राजस्व अधिकारी से जाच करने की कृपया करे।
इस कार्यालय में स्थानान्तरित नीति में भी बहुत गुल खिलेंगे। उसके पहले अंकुश लगाने का कष्ट करे, जी। पूरे प्रदेश में हज़ारों की संख्या मे शिक्षको के नाम झुठे होगा।
शिक्षा मंत्री स्कूली से निवेदन है। ऐसे अधिकारी और कर्मचारी के विरुद्ध करवाई की जाए, जो शासन की मंशा के विरुद्ध कार्रवाई कर रहे हैं।
बद्री प्रसाद कौरव
जिलाध्यक्ष
मप्र अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ा वर्ग अल्प संख्यक अधिकारी कर्मचारी संगठन नरसिंहपुर मप्र एवं जनरल सेकेट्ररी ऑल इंडिया बैकवर्ड क्लासेस
फेडरेशन मप्र