आष्टा से अनिल परमाल की रिपोर्ट। आष्टा- केन्द्र की भाजपा सरकार का यह 11वां बजट था लेकिन इन 11 वर्षो में आष्टा विधानसभा क्षैत्र के अंतर्गत तथाकथित आने वाली रेलवे लाईन के लिए कोई बजट का प्रावधान न होने से एक बार फिर आमजन को निराशा हाथ लगी है। लोकसभा चुनाव में वर्षो से भाजपा के सांसद और विधायक चुन कर आते रहे हैं और वह हर लोकसभा, विधानसभा चुनाव में आमजन से रेलवे लाईन लाने का अपने घोषणा पत्र में झूठा वादा करते हैं।
गत लोकसभा चुनाव में भी स्थानीय सांसद द्वारा आष्टा को रेल की सौगात देने का वादा अपने घोषणा पत्र में किया हुआ हैं किंतु रेलवे के 2.55 लाख करोड़ के बजट में आष्टा विधानसभा के लिए रेलवे लाईन के लिए किसी बजट की राशि का प्रावधान न होना सांसद की अति निष्क्रीयता को दर्शाता है।
जबकि केन्द्र व राज्य में भाजपा की डबल इंजन सरकार हैं। इसी प्रकार झिलेला गांव के अंतर्गत इंडस्ट्रीयल पार्क के लिए भी बजट में किसी प्रकार का कोई आवंटन न होना भाजपा की वादा खिलाफी को दर्शाता है। इस आशय के वक्तव्य बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव कैलाश परमार द्वारा व्यक्त किये हैं। श्री परमार ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार का यह बजट अपनी लंगड़ी सरकार को बचाने का बजट साबित हुआ हैं जिसका आमजन से कोई लेना देना नही हैं।
गरीब, किसान, छोटे व्यापारी, पढेलिखे नौजवान और मिडिल क्लास फैमिली के लिए यह एक निराश करने वाला बजट हैं। 2022 तक किसानो की आमदनी को दोगुना करने, 3 हजार रूपये क्विंटल गेहू खरीदने, 400 रूपये मंे गैस की टंकी देने, 2 करोड़ रोजगार हर वर्ष देने, 100 स्मार्ट सीटी बनाने जैसी बाते सब चुनावी जुमलेबाजी निकली हैं और भाजपा की सभी चुनावी घोषणाए थोथी साबित हुई हैं।