कबीर मिशन :- संतोष कुमार सोनगरा आगर जिला प्रतिनिधि
आगर मालवा 3 सितंबर ।कलेक्टर श्री अवधेश शर्मा ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम बनाए जाने हेतु जिले के प्रथम चरण में चयनित 152 ग्रामों के लिए जिला स्तरीय सुशासन टीम के सेक्टर अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामांकित किए हैं।
विदित हो कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत जिले के सभी 480 ग्रामों को ओडीएफ प्लस की की श्रेणी में लाया जाना है, प्रथम चरण में ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम बनाए जाने हेतु राष्ट्रीय ओडीएफ – प्लस मॉडल ग्राम प्रतियोगिता हेतु जिले के 152 ग्राम का चयन किया गया है, जिन्हें 2 अक्टूबर 2022 तक ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम के रूप में विकसित किया जाना है।
ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम में हेतू नामांकित सुशासन दल के अधिकारी प्रत्येक सप्ताह के सोमवार एवं गुरुवार को गांव में जाकर उपयंत्री,ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक व स्कूल, आंगनवाड़ी स्वच्छाग्रही, जन अभियान परिषद की प्रस्फुटन समिति के सदस्य आदि के साथ ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम बनाए जाने हेतु निर्धारित मापदंडों की प्रतिपूर्ति करेंगे।
ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम बनाए जाने हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त कबीर मिशन :- संतोष कुमार सोनगरा आगर जिला प्रतिनिधि आगर मालवा 3 सितंबर ।कलेक्टर श्री अवधेश शर्मा ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम बनाए जाने हेतु जिले के प्रथम चरण में चयनित 152 ग्रामों के लिए जिला स्तरीय सुशासन टीम के सेक्टर अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामांकित किए हैं।
विदित हो कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत जिले के सभी 480 ग्रामों को ओडीएफ प्लस की की श्रेणी में लाया जाना है, प्रथम चरण में ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम बनाए जाने हेतु राष्ट्रीय ओडीएफ – प्लस मॉडल ग्राम प्रतियोगिता हेतु जिले के 152 ग्राम का चयन किया गया है, जिन्हें 2 अक्टूबर 2022 तक ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम के रूप में विकसित किया जाना है। ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम में हेतू नामांकित सुशासन दल के अधिकारी प्रत्येक सप्ताह के सोमवार एवं गुरुवार को गांव में जाकर उपयंत्री,ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक व स्कूल, आंगनवाड़ी स्वच्छाग्रही, जन अभियान परिषद की प्रस्फुटन समिति के सदस्य आदि के साथ ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम बनाए जाने हेतु निर्धारित मापदंडों की प्रतिपूर्ति करेंगे। ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम पर बनाए जाने हेतु निर्धारित मापदंड गांव के सभी घरों में कार्यशील शौचालय की सुलभता एवं सुविधा हो, गांव की सभी शासकीय संस्थाओ में ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था, सभी सार्वजनिक स्थलों के आसपास न्यूनतम कचरा हो तथा गंदे जल का न्यूनतम ठहराव हो तथा प्लास्टिक कचरे के ढेर नहीं होना चाहिए, ग्राम में उत्पन्न होने वाले गंदले (ग्रेवाटर) का उचित प्रबंध के लिए सामुदायिक एवं व्यक्तिगत सोकपीट का निर्माण तथा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैविक कचरे के लिए नाडेप निर्माण की व्यवस्था, गांव में सार्वजनिक स्थल पर ओडीएफ स्थायित्व हेतु आईईसी ( प्रचार-प्रसार )अंतर्गत ओडीएफ प्लस ग्राम का बोर्ड, ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन, हाथ धुलाई संबंधी स्लोगन, वॉल पेंटिंग संदेशों को दर्शाना, साथ ही स्वच्छता गतिविधियां, स्वच्छता संवाद चौपाल, स्वच्छता गौरव रैली आदि का आयोजन किया जाना।