गृहमंत्री के गृह जिले में गुंडे बदमाशो का तांडव : डर के साये में पत्रकार एवं पत्रकार परिवार
पत्रकार अनिल रजक को आये दिन मिल रही जान से मारने की धमकियां
डर के साये में पत्रकार एवं पत्रकार परिवार रहने को मजबूर, पुलिस प्रशासन का नही मिल रहा सहयोग, आरोपियों को मिल रहा है अपराध जगत के लोगो से सरक्षण
मध्य प्रदेश दतिया। गृह मंत्री के गृह जिले में गुंडे और बदमाशों का तांडव अपनी चरम सीमा पर पहुंचने लगा है। गृहमंत्री की स्थानीय पुलिस प्रशासन एवं पुलिस भी गुंडे और बदमाशों के सामने नतमस्तक सी नजर आ रही है। कहना अतिशयोक्ति होगा लेकिन यह सच है। गुंडों और बदमाशों का अब आम जनता और अन्य लोगों के साथ साथ मीडिया कर्मी एवं पत्रकारों पर भी जोर आजमाइश की जाने लगी है। जिसका ताजा उदाहरण गृहमंत्री के ग्रह जिले कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले तरन तारन मार्ग मातन के पहरा से आया है। जहां एक पत्रकार फैमिली डर के माहौल में अपना जीवन यापन कर रही है। कोतवाली थाना क्षेत्र के स्थानीय मातन के पहरे में निवासरत पत्रकार अनिल कुमार रजक एवं उनके परिवार काफी दिनों से उनके सामने निवासरत सजातीय बदमाश प्रेम रजक एवं राजकुमार द्वारा काफी समय से परिजनों एवं महिलाओं के साथ बदतमीजी, अभद्रता, अश्लील शब्दों का उपयोग कर परिवार के साथियों के साथ मारपीट की घटनाएं कारित की जा रही हैं, जो अभी हाल ही में 1 दिन पूर्व पत्रकार अनिल कुमार रजक के घर में बहन का शादी समारोह था, दूसरे दिन आरोपी गणों द्वारा पत्रकार अनिल कुमार रजक एवं उनके भाई के साथ बदमाशों द्वारा मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया। जिसमें प्रेम रजक, राजकुमार रजक ने रास्ता रोककर पत्रकार के भाइयों की मारपीट कर दी तथा लाठी लुहाँगी लेकर पत्रकार की फेमली पर जानलेवा हमले करने का प्रयास किया। किंतु परिवार जन एवं रिश्तेदारों के मौके पर पहुंचने पर आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकले। जिसके पश्चात पीड़ित परिवार द्वारा इस बात की शिकायत कोतवाली पुलिस में की गई। जिसमें कोतवाली पुलिस द्वारा आरोपियों के विरुद्ध मात्र मारपीट की धाराओं का उल्लेख करते हुए मामला दर्ज किया गया। इस बात का संज्ञान पत्रकार अनिल रजक ने स्वयं पूरा घटनाक्रम के साथ प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा को मौखिक एवं पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौर को आवेदन देकर यह घटना की जानकारी दी गई। जिसके पश्चात से आरोपियों के हौसले बुलंद हैं एवं घटना के बाद से ही फरार हैं। किंतु उनके द्वारा एवं उनके सहयोगी बदमाशों द्वारा मामला दर्ज करने के बाद से पत्रकार अनिल कुमार रजक एवं फैमिली को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। जिससे पत्रकार एवं पत्रकार की फैमिली काफी डर एवं भय के माहौल में जीवन यापन कर रहा है और वह घुट घुट कर जीने को मजबूर है। इसके साथ ही एक तरह से कहा जाए तो पत्रकार की फैमिली अपने घर में ही स्वयं नजरबंद सी हो गई है।
बता दे कि जब से आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज हुआ है तब से ही पत्रकार एवं उनकी फैमिली को आरोपी गणों द्वारा एवं उनके सहयोगी बदमाशो द्वारा जान से मारने की धमकी दी जा रही है तो वहीं अभी तक पुलिस मामला दर्ज करने के बाद से आरोपी गणों को गिरफ्तार नहीं कसी कर सकी है। जिससे आरोपी गणों के हौसले काफी बुलंद हैं और किसी ना किसी बड़ी घटना को पत्रकार एवं पत्रकार की फैमिली के साथ बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। ऐसा नहीं है कि पत्रकार की फैमिली ने स्वयं प्रदेश के गृहमंत्री समेत जिला पुलिस प्रशासन पुलिस अधीक्षक, एसडीओपी और कोतवाली पुलिस को इस घटना के बारे में पूरी जानकारी दी है। लेकिन पुलिस प्रशासन की तरफ से किसी प्रकार का सहयोग प्रदान नहीं किया जा रहा है। पत्रकार एवं उनके पूरे परिवार ने पुलिस अधीक्षक को इस घटना के बारे में आवेदन अवगत कराते हुए सुरक्षा की गुहार लगाते हुए अपनी रक्षा हेतु सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाने की अपील की है। जिससे उनके परिवार के साथ किसी प्रकार की घटना नही की जा सके। इसके बावजूद भी अगर पत्रकार रजग एवं उनके परिवार के साथ कोई बड़ी घटना आरोपी गणों द्वारा की जाती है तो प्रदेश के गृहमंत्री एवं पुलिस प्रशासन के लिए बहुत बड़ी बात होगी।