उज्जैन/ बहुचर्चित मोती नगर हत्याकांड में पुलिस ने पांच लोगों की फरियादी पक्ष के द्वारा तीन बार एसपी आफिस पर धरना देने के बाद एक बार 15 दिन बाद ओर महिला की गिरफ्तारी कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली जबकि इस मामले में फरियादी के कथनानुसार राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते नानाखेड़ा पुलिस ने कुछ लोगों को इस प्रकरण से बाहर रखकर जांच को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
यह आरोप इस घटना में गम्भीर रूप से घायल हुए अर्जुन डाबी ने लगाते हुए बताया कि घटना में उसके पिता करण सिंह डाबी की हत्यारे भाजपा पार्षद पुत्र लखन पिता बाबूलाल वागेला निवासी हामुखेड़ी राजू चौरड़िया पिता नागु , विशाल पिता राजू ,आयुष पिता राजू कृष्णा पति राजू निवासी कमल कॉलोनी आगर रोड आरोपियों ने जानलेवा हमला कर हत्या कर दी थी। वह अपने पिता को बचाने के चक्कर में गंभीर रूप से जख्मी होकर उपचार ले रहा था। फरियादी के अनुसार पुलिस ने राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते लेखराज पिता पूरण बामणिया और कुछ अन्य आरोपियों को इस प्रकरण से क्लीन चिट देकर पुलिस कार्रवाई को संदेह के घेरे में लाकर खड़ा किया व आरोपियों से सांठगांठ कर क्रॉस केस करने के लिए आरोपियों की ओर से रिपोर्ट दर्ज कर दी गयी। फरियादी अर्जुन सिंह के अनुसार पुलिस मामले में आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ करेगी तो मामला पूरी तरह से स्पष्ट हो जाएगा। फरियादी का यह भी आरोप है कि भाजपा पार्षद पति बाबूलाल वाघेला के द्वारा अपने पुत्र और अन्य रिश्तेदारों को बचाने के लिए पुलिस प्रशासन पर राजनीतिक दबाव बना हुआ है जिसके चलते फरियादी के द्वारा दिए गए लिखित आवेदन को जांच में ना लेकर घटनास्थल पर मौजूद पार्षद पुत्र के साथियों को बचाया जा रहा है।