कबीर मिशन समाचार।
नीमच। मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय जनसुनवाई में एक धोखाधड़ी करके फर्जी तरीके से कृषि भूमि को हड़पने का मामला सामने आया है जिसमें पीड़ित महिला किरण कुंवर पति स्व. लालसिंह निवासी मुंडला जिला मंदसौर ने कलेक्टर दिनेश जैन के नाम आवेदन दिया। और बताया कि में एक विधवा महिला होकर कम पढ़ी लिखी हूँ। वही आरोप लगाते हुए बताया कि मेरे पीहर भरभड़िया में पूर्व सरपंच नंदलाल पाटीदार द्वारा लगभग एक डेढ़ साल पहले मेरे गांव मुंडला तहसील सीतामऊ आए और बोले कि तुम बहुत छोटे से घर में रहती हो, कुछ सुविधाएं भी नहीं है तुमको अच्छे रुपये दिलवा देता हूं मैं उसकी बातों में आ गई और उन्होंने मुझसे मेरा आधार कार्ड लिया बोला कि नीमच में तुम्हारे नाम से जमीन का नामांतरण करा दूंगा। जिसके बाद नंदलाल पाटीदार का मेरे पास फोन आया और कहा कि मेरी पटवारी साहब से बात हो गई है तुमको नीमच आना पड़ेगा। यहां पर कार्रवाई करके तुम्हारे नाम पर जमीन करवा दूंगा जिसके बाद नंदलाल के विश्वास में नीमच आई। उन्होंने मुझे एक आदमी से मिलवाया और बोला कि यह पटवारी साहब है। इनके कहे अनुसार कागजों पर साइन करते रहो तो तुम्हारी रजिस्ट्री पावती हो जाएगी। मैं उस आदमी के कहे अनुसार कागजों पर साइन करती रही। मुझे बाद में पता चला कि वह पटवारी साहब नहीं बल्कि पप्पू तेली धनेरिया कला का निवासी है। जो कि कई काले कारनामें कर चुका है। सूत्र बताते हैं कि पप्पू राठौर एक दलाल है जो लोगो की जमीनें क्रय विक्रय करवाता है और धोखाधड़ी करता हैं। उसके उक्त फर्जी पटवारी मुझे सेठ जी के पास ले गया। और उनको वकील साहब बताते हुए जल्द ही रजिस्ट्री पावती करवाने की बात कही। और फर्जी पटवारी ने कहा कि तुमको बैंक में खाता खुलवाना पड़ेगा तो यह सभी मिलकर मुझे एक बैंक में ले गए जहां पर मेरा खाता खुलवाया बाद में उस बैंक का नाम मुझे सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा नीमच का पता चला। जिसके बाद यह तीनों नंदलाल पाटीदार, पप्पू तेली, और सेठ जी शिखर पगारिया मुझे कलेक्टर कार्यालय के पीछे ले गए। जहां पर कुर्सी पर रखें एक रजिस्टर और कागज में हस्ताक्षर कराएं तथा कैमरे में बिठाकर फोटो भी खींचवाया और बोले कि तहसीलदार की नामांतरण की तारीख है उस समय मुझे कुछ भी नहीं बताया नहीं पढ़ाया और ना ही दिखाया। जिसके बाद मेरे पास पप्पू तेली फर्जी पटवारी का फोन आने लगा और बोलने लगा कि तुम तारीखों पर नहीं आ रही हो तारीख को पर आया करो। तब मुझे दिवाली के बाद में नीमच बुलाया और बैंक में ले जाकर हस्ताक्षर कराएं अंगूठा लगवाया तथा बाद में कलेक्टर कार्यालय के पीछे ऑफिस के बाहर कुर्सी पर रखे हुए रजिस्टर और कागज पर हस्ताक्षर करवाएं तथा कैमरे में बिठाकर फोटो भी खिंचवाया फिर बोले कि तारीख करवाना है। इसके बाद नंदलाल और पप्पू तेली ने मुझे नीमच बुलाया और बोला कि तुम को बैंक से पैसे मिल जाएंगे तुम आकर साइन कर दो उन्होंने मुझसे हस्ताक्षर लिए शायद उन्होंने मुझे बिना दिखाएं चेक पर भी और बैंक से पैसे निकालने के कागज पर भी हस्ताक्षर करा लिए लेकिन उसकी मुझे कोई जानकारी नहीं थी मुझे आज से तीन-चार महीने पहले नीमच बुलाया कि तुम्हारी भाभी श्यामकुवर भी आ रही है और वह उसकी जमीन की रजिस्ट्री करा रही है तो तुम आकर सहमति कर देना तुमको भी अच्छे पैसे दिलवा देंगे मैं इस विश्वास में नीमच आई तब यह सब लोग मुझे फिर कलेक्टर ऑफिस के पीछे ऑफिस के बाहर ले गए वहां पर रजिस्टर में और कागज पर हस्ताक्षर कराएं और कैमरे में फोटो खिंचवाया जिसके बाद पप्पू और नंदलाल और शिखर जो कि पहले अपने आप को वकील बता रहे थे और बाद में पता चला कि यह ट्रैक्टर बेचने वाले सेठ जी है जिनका मऊ रोड पर रिलायंस पेट्रोल पंप के सामने पार्श्व ट्रैक्टर्स के नाम से शोरूम है। जिनसे मेरे द्वारा उक्त जमीन के रुपए मांगे गए और कहा कि आप मुझे पैसे दिलवा देंगे लेकिन मुझे तो अभी तक पैसे नहीं मिले तो वह मुझे फोन पर बहाने बाजी करते टालमटोल करते रहे। फिर कहने लगे कि तेरे भाई ने तो नामांतरण में आपत्ति लगा दी है। इसलिए पैसे नहीं मिल रहे हैं कोर्ट में आना पड़ेगा। जिसके बाद मुझे कोर्ट से नोटिस आया और मेरे द्वारा मेरे भतीजे विजेंद्र सिंह से पड़वा या तो मुझे पहली बार पता चला कि मेरी जमीन की रजिस्ट्री हो चुकी है मैंने वकील साहब से जांच करवाई और देखा तो पहली बार मुझे पता चला कि नंद लाल पाटीदार पप्पू तेली ने शिखर पगारिया उसकी पत्नी और उसके पुत्र के साथ मिलकर धोखाधड़ी कर मुझे बिना रुपए दिए नीमच की जमीन की फर्जी रजिस्ट्री दिनांक 12/04/2022 की करवा ली। जिसके बाद मुझे पता चला कि इन सभी द्वारा मेरे साथ धोखाधड़ी कर का षड्यंत्र के साथ शिखर पगारिया और उसके पुत्र के नाम पर पप्पू तेली की गवाही में भरभड़िया की जमीन कि दिनांक 14.11.2022 को रजिस्ट्री करा ली तथा दिनांक 17.01.2023 को नीमच की जमीन कि मेरी भाभी के साथ पुनः एक बार और गवाह पप्पू तेली की कराकर रजिस्ट्री करा ली। इन सभी के द्वारा मेरे साथ धोखाधड़ी कर कूट रचना की झूठे दस्तावेज बनाएं मेरा धोखे से बैंक में खाता खुलवाया धोखे से चेक पर हस्ताक्षर करवाए और उन्होंने भी उसके लिए को हडपसर अपने पास रख लिए मैंने इन सब को कोई जमीन नहीं भेजी है तथा रुपए नहीं लिए हैं पता कब्जा भी नहीं दिया है इन सब ने जमीन हड़प करने के लिए फर्जी पटवारी व फर्जी वकील बन कर धोखाधड़ी कर तीन रजिस्ट्री कराई है जिसके लिए बैंक में खाता खुलवाने का रिकॉर्ड और मोबाइल की कॉल डिटेल और रिकॉर्डिंग से आपको धोखाधड़ी की जानकारी मिल जाएगी। वही इस मामले में जब शिखर पगारिया से उक्त मामले में जानकारी मांगी तो उनके द्वारा बनाए गए दस्तावेज बताते हुए बताते हुए अपने आप को सही बताया।
उसके बाद फर्जी पटवारी बने पप्पू तेली से फोन से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनके द्वारा फोन नही उठाया गया।
इनका कहना….
इसमें किरण कुंवर की सहायता के लिए मेने पप्पू तेली दलाल, गोपाल नायक मोरखा, मांगू सिंह महेशपुरिया को मिलाया था। ताकि उक्त जमीन के अच्छे रुपये आ जाए। जिसके बाद मेरी जानकारी में नही है कि फर्जी तरीके से पटवारी व वकील बनकर रजिस्ट्री करवाई गई है। और मुझे भी बाद में पता चला कि पप्पू तेली एक आदतन बदमाश है। इसके कार्य आड़े टेड़े है। और कई लोगो के साथ धोखाधड़ी कर चुका है। इस मामले में मेरा कोई लेनादेना नही है।
नंदलाल पाटीदार, भूतपूर्व सरपंच