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मणिपुर में हुई अमानवीय घटना का विरोध: बाकानेर में आज जयस संगठन ने जन आक्रोश रैली निकाल कर मनाया विश्व आदिवासी दिवस

कबीर मिशन समाचार धार/ बाकानेर से मयाराम सोलंकी खास रिपोर्ट

ग्राम पंचायत बाकानेर आसपास रहने वाले क्षेत्र के सक्रिय आदिवासी जयस कार्यकर्ताओं द्वार जन आक्रोश यात्रा बाकानेर में निकाली गईं।

भारत ही नहीं, दुनिया के तमाम देशों में आदिवासी समुदाय के लोग रहते हैं, जिनका रहन-सहन, खानपान, रीति-रिवाज सबकुछ आम लोगों से अलग होता है आदिवासी समाज की मुख्‍यधारा से कटे होने के कारण आदिवासी समाज आज भी पिछड़े हुए हैं। यही वजह है कि भारत समेत तमाम देशों में इनके उत्‍थान के लिए, इन्‍हें बढ़ावा देने और इनके अधिकारों की ओर ध्‍यान आकर्षित करने के लिए आज यानी 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाता है।

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पहली बार 1994 को अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी वर्ष घोषित किया था। आदिवासी समुदाय के लोगों की भाषाएं, संस्‍कृति, त्‍योहार, रीति-रिवाज और पहनावा सबकुछ अन्य समाज के लोगों से अलग होता है। यही वजह है कि ये लोग समाज की मुख्‍यधारा से नहीं जुड़ पाए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक इनकी संख्‍या आज भी समय के साथ घटती जा रही है।

आज भी आदिवासी समाज के लोगों को अपना अस्तित्व, संस्कृति और सम्मान बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। इसकी एक मुख्य वजह ये है कि ये लोग प्रकृति से समीप रहना ज्यादा पसंद करते हैं और जंगलों में रहते हैं जिसकी वजह से ये मुख्यधारा से कटे रहते हैं। आज जंगल घटते जा रहे हैं जिसकी वजह से इनकी संख्या भी कम होती जा रही है। ऐसा ही कार्यक्रम का आयोजन जन आक्रोश के रूप मैं देखा गया

आज विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष में बड़दा फाटे से प्रारंभ होकर आक्रोश रेली का आयोजन किया जिसमें काली पट्टी बांधकर विरोध जताया जिसका समापन ग्रामों के विभान्न मार्गो से होते हुए नदी पार कर किया गया
जिसमे बाकनेर चौकी से पुलिस प्रशान की बड़ी सुन्दर व्यवस्था देखी गई और सहयोग किया गया

बायपास रोड पर समाज के भाईयो को अपने विचार व्यक्त करते हुवे कहा की मलखान सिंह पटेल उपाध्यक्ष आदिवासी परिषद धार ने मणिपुर में आदिवासी समाज की दो बहनों को निर्वस्त्र कर घुमाया गया वह घोर निंदनीय घटना है मणिपुर पिछले महीने से जल रहा है पर डबल इंजन की सरकार कुम्भकरण की नीद सो हुई है
आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार पर

इस घटनाओं में 200आदिवासी भाई बहन को मौत के घाट उतार दिया है और वहां की राज्य सरकार को जू तक नही रेंग रही है, सरकार यह भूल रही हे की आदिवासियों का योगदान कितना रहा हे। मप्र के नेमावर में 3आदिवासी समाज की बहनों का बलात्कार किया जब मां ने विरोध किया तो बेटे सहित पांच लोगो को मारकर जमीन में गाड़ दिया, धरमपुरी की नालछा ब्लाक के दो आदिवासी भाईयो को इंदौर में अपहरण करके उनके साथ मारपीट की ।।, जीतू वास्केल जनपद सदस्य उमरबम ने आपने संबोधन में शिववराज सरकार को आड़े हाथ लिया और की बीजेपी सरकार भेदभाव करती है ।

जब पूर्व कमल नाथ जी की सरकार ने आदिवासी दिवस की छुट्टी घोषित की थी वह कैंसिल कर दी और सीधी में एक आदिवासी भाई के ऊपर बीजेपी विधायक प्रतिनिधि ने पेशाब किया ,अंतिम मुझालदा ने भी सरकार को कटघड़े में खड़ा किया की किस प्रकार आदिवासी समाज को शोषण किया जा रहा है हम समाजजन इसका कड़ा विरोध करते हैं

नगर कांग्रेस ने समर्थन किया एवं नगर अध्यक्ष के नेतृत्व में कांग्रेस के समस्त कार्यकर्ता जर्मन सिंह पंजाबी , डा ओम जोशी प्रतीक बड़ाजात्या , मेहताब बेनल, अरविंद भाई ,सलीम शाह , पप्पू चौहान , जैलसिंह पंजाबी , शामिल हुवे , इस अवसर पर रवि मुवेल भुवादा अभिषेक बेनल ,सुनील भाई बज्जटा, राकेश भाई रवि बेनल,किशन वास्केल, गेंदालाल रणदा, मंशाराम वास्केल, महेश वास्केल , प्रदीप हरीश अजय ,विनोद अलावा ,सरदार कनेल, गलसिंह विनोद कनेल, भीम आर्मी तहसील अध्यक्ष अनिल जी नर्गेश, दिनेश ड्राइवर एवं भगवान आलावा आभार केशव वास्केल ने माना, और नारो का संचालन रोहित रावण जो की बहुत हि सक्रिय कार्यकर्ता के रूप मैं दिखे

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