रायसेन मध्यप्रदेश। कबीर मिशन समाचार
रायसेन। नवोदय स्कूल के प्रिंसिपल जितेंद्र मिश्रा ने संविधान दिवस के उपलक्ष्य में छात्रों को संबोधित किया। जिसमें कहा हमारे देश का संविधान बनाने के लिए बहुत सारी लड़ाईयां लडी गई। वैसे ही यहां की लोक रीतियों के अनुसार ये चीज हो सकता है ये नहीं हो सकता है सभी को बनाकर शामिल किया गया। संविधान सभा बनाई गई जिसके अध्यक्ष के रूप में पहले सच्चिदानन्द सिन्हा को अस्थाई अध्यक्ष बनाया गया। 9 दिसंबर 1946 को डॉ राजेंद्र प्रसाद जी को स्थाई अध्यक्ष चुना गया भारत के संविधान को बनाने के लिए बहुत से देशों का दौरा करते रहे। वहां जाकर उन देशों के संविधानों का अध्ययन किया गया।
जिसमें बहुत सारे देशों के नाम भी बताएं। और कहा कि उनको पड़कर हमारे देश से मेल खाते हुए बहुत सी बाते ली गई। फिर चर्चा हुई चर्चा होने के दौरान 26 नवम्बर 1949 के दिन संविधान को लिखा गया।
बच्चो को संभोधित करते हुए कहा कि आप जानते हैं भारत का संविधान किसने लिखा है ? बहुत लोगों को ये भ्रांति है कि डॉ भीमराव अंबेडकर ने संविधान लिखा। बल्कि डॉ भीमराव अंबेडकर जी ने संविधान की एक लाईन भी नहीं लिखी थी। बल्कि आज जो संविधान हमारे सामने है उसे प्रेम बिहारी रायजादा ने लिखा है। जिनकी राइटिंग बहुत अच्छी थी।
उन्होंने सविधान अपने हाथों से लिखा है। जिसमें डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का कोई योगदान नहीं है। यह सारी बातें सविधान दिवस के उपलक्ष में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए जवाहर नवोदय विद्यालय बाड़ी रायसेन मध्यप्रदेश में विद्यालय के प्रिंसिपल ने कही। जिससे बाबासाहेब के समर्थकों की भावनाएं आहत हुई है। प्रिंसिपल जितेंद्र मिश्रा का वीडियो सोसल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जिसे सुनकर अंबेडरवादियों का कहना है की। शिक्षक जितेंद्र मिश्रा को पद से निष्कासित किया जाए। नहीं तो पूरे प्रदेश में हम आंदोलन करने के लिए तैयार है जिसकी पूर्ण जवाबदारी प्रशासन की रहेगी।