उदयपुर। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्या को लेकर उदयपुर में विरोध-प्रदर्शन जारी है। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्या को लेकर उदयपुर में विरोध-प्रदर्शन जारी है। सेवाश्रम चौराहे पर बड़ी संख्या में राजपूत समाज संगठन सहित विभिन्न समाज के लोग सुबह एकत्रित हुए। फिर जुलूस के रूप में कलेक्ट्री पहुंचे। करीब 4 घंटे तक यहां जोरदार प्रदर्शन हुआ। इस दौरान भीड़ में से कलेक्ट्री के अंदर पत्थर फेंके गए। जिसके बाद पुलिस एक्टिव हुई।
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खुद एसपी भुवन भूषण यादव, एडिशनल एसपी लोकेश दादरवाल, एएसपी क्षिप्रा राजावत, एएसपी चांदमल सिंगारिया बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ कलेक्ट्री के बाहर पहुंचे। फिर राजपूत समाज के प्रमुख पदाधिकारियों से वार्ता के बाद शांति बनाए रखने और भीड़ को यहां से ले जाने की समझाइश की। कलेक्ट्री के अंदर फेंके गए पत्थर कलेक्ट्री के अंदर फेंके गए पत्थर राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्या को लेकर उदयपुर में विरोध-प्रदर्शन जारी है। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्या को लेकर उदयपुर में विरोध-प्रदर्शन जारी है। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि कोर्ट चौराहा से देहली गेट से रोड़ पर लोग जमा थे। इस वजह से यह मार्ग पूरी तरह बंद था।
कलेक्ट्री पहुंचने पर लोग इतने आक्रोशित हो गए कि वे कलेक्ट्री गेट पर चढ़ गए और नारेबाजी करने लगे। उदयपुर बंद के आह्वान के बावजूद कुछ प्रतिष्ठान खुले थे तो लोगों ने उन्हें बंद करवाया। हालांकि आवश्यक सेवाएं चालू हैं। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या को लेकर उदयपुर में विरोध-प्रदर्शन जारी है। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या को लेकर उदयपुर में विरोध-प्रदर्शन जारी है।जुलूस के रूप लोगों ने कलेक्ट्रेट की तरफ रुख किया। जहां पहुंचकर टायर जलाया और विरोध जताया। लोगों ने गोगामेडी अमर रहे के नारे लगाए। साथ ही समाज पदाधिकारियों ने गोगामेड़ी के हत्यारों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग की।
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लोगों की मांग पर कलेक्टर अरविंद पोसवाल और एसपी भुवन भूषण यादव कलेक्ट्री के मुख्य गेट पर पहुंचे। जहां समाज पदाधिकारियों से ज्ञापन लिया गया। इसके बावजूद प्रदर्शनकारियों का आक्रोश शांत नहीं हुआ। वे सड़क पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान पुलिस बल भी तैनात रहा। विरोध के चलते उदयपुर में सभी बाजार बंद रहे। वहीं, स्कूल और कोचिंग संस्थानों ने भी अवकाश घोषित कर दिया