दो साल से विवादित पड़ी भूमि, परिवार भूखे मरने की कगार पर। तहसीलदार मौन
कबीर मिशन समाचार पत्र
दीपक मालवीय की रिपोर्ट्
राजगढ़: जीरापुर तहसील के अंतर्गत आने वाला ग्राम लक्ष्मणपुरा निवासी गोवर्धन, शिवलाल वर्मा की भूमि लगातार दो से तीन वर्ष विवादित पड़ी हुई है। जबकि परिवार का पालन पोषण उसी भूमि से होता है। तहसीलदार और अला- अफसर को कई बार करा चुके है अवगत उसके बावजूद अभी तक कोई आश्वासन नहीं। परिवार मजदूरी कर के कभी राजगढ़ तो कभी जीरापुर लगाते रहते है विभाग के चक्कर पटवारी हमेशा किसी ना किसी बात का बहाना बाना कर मामले को दबा देता है।
आखिर कार कब तक गरीबी का शोषण होता रहे गा। अपको बता दें कि इस सम्बन्ध में नीरज कुमार शर्मा पूर्व कलेक्टर को भी आवेदन प्रस्तुत कर दीया गया था। उन्होंने आश्वासन दिया था कि जल्द ही कारवाही की जावेगी और गरीबों को अपना हक मिले गा। पूरा मामला यह है कि पटवारी हल्का नंबर 16 वा सर्वे नंबर 21,22 में दो भाइयों की भूमि थी। फरियादी शिवलाल पिता देवा , गोवर्धन पिता देवा,पिता की मृत्यु के बाद नामांतरण हुआ। रतनलाल ओर देवा जी दोनो भाई थे भूमि दोनो के नाम पर थी।
उसके बाद रतनलाल ने अपनी भूमि किसी करण वस गांव के पुर सिंग पिता नाथू लाल जाती गुर्जर ने खरीदी थीं बाकी पुर सिंग ने पूरी भूमि पर कब्जा कर लिया और गोवर्धन , शिवलाल के साथ मार पिट की इसकी FIR दर्ज भी की गई। फिर से विवादित मामला बन रहा है। गरीबों को अपने हक अधिकार से बेदखल किया जा रहा है। तहसील दार जल्द कारवाही करेगे। ऐसी फरियादी आस लगा कर बैठे है। क्या मिल पाएगा गरीबी को अपना हक?