छोटे भाई को भी साथ भोपाल भेजेंगे
कबीर मिशन समाचार/राजगढ़,
01 फरवरी, 2022,
कभी दुकानों पर बर्तन साफ करना तो कभी ढाबे पर आए लोगों को भोजन परोसने का काम करने वाला नाबालिक बच्चा अब भोपाल में करेगा पढ़ाई । बच्चे की गरीबी को देखते हुए पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा ने न सिर्फ बंधुआ मजदूर से उसे मुक्त कराने में सहयोग किया बल्कि अब उसकी पढ़ाई को लेकर भी वह आगे आए हैं। इस उद्देश्य से उन्होंने एक ओर जहां न सिर्फ भोपाल में बात की बल्कि पुलिस परिवार की ओर से ही किताबों के खर्च के साथ ही बच्चे को आश्वासन भी दिया कि उसे जो भी जरूरत हो कभी भी सीधे उन्हें फोन लगा ले। उसकी पूर्ति की जाएगी। मुक्त नाबालिक भी खुश है कि अब वह पढ़ेगा और अपना सुनहरा भविष्य गढ़ेगा।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले विदिशा में एक बच्चे की शिकायत पर जांच शुरू की गई थी। जिसमें बच्चे ने अपने साथ हुई छेड़खानी की शिकायत दर्ज कराई थी। यह शिकायत बच्चे ने हिंदूसिंह यादव नाम के व्यक्ति के कहने पर की थी। तेरह साल के नाबालिक बच्चे का उपयोग हिंदूसिंह ने अपने व्यवसायी प्रतिद्वंदी को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए किया था। लेकिन पुलिस ने जब इस पूरे मामले में जांच की और चाइल्ड लाइन द्वारा बच्चे की काउंसलिंग की तो पूरा मामला साफ हो गया। पुलिस ने आरोपी हिंदू सिंह के खिलाफ बंधुआ मजदूर और अपहरण सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।
बच्चा जहां मजदूरी करके अपना पेट पाल रहा था, कि जानकारी पुलिस अधीक्षक श्री शर्मा तक पहुंची तो उन्होंने बच्चे के भविष्य को लेकर योजना बनाई और भोपाल में बाल गृह में बात की। स्कूल में बच्चा पढ़े इसके लिए भी स्कूल में संपर्क किया।
साथ ही उसे पुलिस अधीक्षक श्री शर्मा ने मुक्त बालक को अपने ऑफिस बुलाकर लंबी चर्चा की। नाबालिक बच्चे ने बताया कि वह पेंटिंग का शौक रखता है। जिसके बाद तुरंत पेंटिंग की सामग्री बुलाई गई। इतना ही नहीं उसे गिफ्ट में चॉकलेट और कुछ किताबें भी पुलिस अधीक्षक श्री शर्मा द्वारा दी गई। पुलिस अधीक्षक श्री शर्मा द्वारा बच्चे को आश्वासन भी दिया गया कि वह यदि अपने आप को अकेला महसूस करे तो वह उसके छोटे भाई को भी उसके पास लेकर आएंगे ताकि वह भी पढ़ सके। क्योंकि यह पूरा परिवार बहुत ही गरीब है और बच्चे मजदूरी करके पेट पालन करते थे।
अब खुश है !
पुलिस अधीक्षक श्री शर्मा से मिलने और उनकी संवेदनशीलता को देखते हुए बच्चा बहुत खुश है। वह कक्षा चौथी में पढ़ रहा था। हिंदी पढ़ना लिखना याद है। साथ ही पेंटिंग में भी उसकी अच्छी-खासी रुचि है। यही कारण है कि उसे स्कूल में पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रवेश दिलाया जा रहा है। चाइल्ड लाइन के श्री मनीष दांगी ने बताया की बच्चा बहुत ही होनहार है। मजबूरी में वह बंधुआ मजदूर के रूप में काम कर रहा था लेकिन अब उसे बंधुओं से मुक्त करा दिया गया है। इसमें देहात थाना प्रभारी और उनकी टीम की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।।