राजगढ़

राजगढ़ – पुलिस की कार्रवाई पर उठाए जा रहे बेवजह सवाल क्या नाबालिग बालिका को ढूंढना गलत है

कबीर मिशन सामाचार/ राजगढ़,

बनवारी कटारिया,
ब्यूरो चीफ राजगढ़,

सुठालिया ! जहा मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार एक ओर लाडली लक्ष्मी को शासन की तमाम सुख सुविधाओं से लाभान्वित करने के लिए नई नई योजना एवं कड़े कानून बना रही और अधिकारियों को भी लाडली को किसी तरह परेशानी न हो उसके लिए निर्देशित किया जा रहा है। तो अधिकारी भी बालिकाओं के मामले में गंभीरता दिखा रहे है और बालिकाओं के मामले में दोषियों पर कार्रवाई कर रहे है। थाना सुठालिया पुलिस ने भी नाबालिग लड़की का अपहरण करने वाले दोषियों को ढूंढकर उन्हें उनके अंजाम तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन इस कार्रवाई को लेकर कुछ लोगों द्वारा थाना प्रभारी को बदनाम कर रहे है। मामला सुठालिया थाना अंतर्गत आरोपी द्वारा एक नाबालिक लड़की को भगाकर ले जाने का है, जिसमें मुख्य आरोपी छोटू लोधी की सुठालिया पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है।

नाबालिक लड़की के मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी और वरिष्ठ अधिकारियों ने तत्काल संज्ञान में लेते हुए सुठालिया थाना प्रभारी को तत्काल कार्यवाही के लिए निर्देशित किया, सुठालिया थाना प्रभारी ने तत्काल टीम गठित कर नाबालिग लड़की को ढूंढने और आरोपी छोटू लोधी की तलाश करने हेतु काफी मेहनत व मशक्कत की, पुलिस ने आरोपी छोटू लोधी के भाई धनराज लोधी, जीजा बंटी लोधी, सुनील लोधी टोड़ी और सुनील लोधी तेलीगांव से पूछताछ की गई तो इन्होंने पुलिस को गुमराह करते नाबालिग लड़की और आरोपी छोटू लोधी को पीथमपुर होना बताया, उधर पुलिस ने एक टीम पीथमपुर रवाना की वही दूसरी पुलिस टीम को बीनागंज के समीप तेलीगांव मे भेजा गया !

पुलिस को तेलीगांव से उक्त नाबालिक लड़की को दस्तयाब करने में सफलता मिली मगर मुख्य आरोपी छोटू लोधी वहां से भाग गया। पुलिस ने धारा 368 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर धनराज लोधी को कोर्ट में पेश किया। लंगड़ाते हुए धनराज लोधी ने पुलिस द्वारा पिटाई का आरोप लगाया, वही सुठालिया थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी धनराज के साथ किसी प्रकार की मारपीट नहीं की गई, शायद कांटा चुभ गया होगा, हालांकि कोर्ट ने एसपी को जांच के आदेश दे दिए हैं, आरोपी धनराज का मेडिकल कराया जाने हेतु पुलिस बार-बार नोटिस जारी कर रही है, मगर आरोपी धनराज के द्वारा नोटिस तामिल नहीं होने से मेडिकल की कार्रवाई में विलंब हो रहा है।

कुछ लोग कर रहे थाना प्रभारी को बदनाम:
इस मामले में जहा सुठालिया थाना प्रभारी की नाबालिग बालिका के परिजनों द्वारा सराहना कर रहे है, वही कुछ लोगों द्वारा सुठालिया थाना प्रभारी मोहर सिंह मंडेलिया को बदनाम और झूठे प्रकरण में फसाने में लगे है। ऐसा थाना प्रभारी के साथ इसलिए किया जा रहा की थाना प्रभारी द्वारा ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वाहन किया जा रहा और अपराधिक गति विधियों पर रोक लगाई जा रही शायद यही बात कुछ लोगों को खल रही वो चाहते है की थाना प्रभारी को हटवाया जाए।

इस मामले में सुठालिया थाना प्रभारी मोहर सिंह मंडेलिया से बात की गई तो उन्होंने बताया की पुलिस द्वार अवैध कामों पर कार्रवाई की जा रही है इसलिए कुछ लोग बदनाम करने में लगे हुए है। अब सोचनीय विषय यहां की क्या किसी अधिकारी को ईमानदारी से काम नही करना चाहिए या ईमानदारी का फल ऐसा होता है।
आपने फिल्मों में देखा होगा की अवैध कारोबारियों द्वारा पुलिस से साठगांठ करते है और कोई ईमानदार पुलिस अधिकारी आ जाए तो उसका ट्रांसफर करवाया जाता है ऐसा ही फिल्मों की तरह सुठालिया थाना प्रभारी के साथ होते दिखाई दे रहा है।

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