राजगढ़/पचोर। कबीर मिशन समाचार, सतेन्द्र जाटव पचोर
राजगढ़ जिले के सारंगपुर विधानसभा का सबसे बड़ा नगर है पचोर, जहां नगर पालिका भी है। पचोर एक ऐसा कस्बा है जहां चार विधानसभा क्षेत्र के मजदूर पचोर में दिहाड़ी मजदूरी करने आते हैं। पचोर पुरे जिले का केन्द्र बिंदु है।
यहां बड़े बड़े व्यापारी और धनी सेठ रहते हैं और उन्हीं धनी सेठों के यहां आसपास के गांवों से उनका काम करने के लिए आते हैं। सारंगपुर में जब से सिध्दार्थ फैक्ट्री बंद हुई है जब से ज्यादातर लोगों का पचोर तरफ दिहाड़ी करने जा रहे हैं। कई सालों से सुबह सुबह सैकड़ों मजदूर पचोर के टेंशन चौराहे पर खड़े होते हैं और उनकी दिहाड़ी या ठेके की बोली लगती है। करीब यह दो घंटे तक चलता रहता है। ऐसे में इन मजदूरों की तरह किसी का ध्यान नहीं जाता है। न पक्ष का, न विपक्ष का, न व्यापारी का और नगर पालिका अधिकारी का।
कई बार सत्येन्द्र जाटव ने इनकी आवाज उठाई है लेकिन कोई ध्यान नहीं देते हैं। बीजेपी के राज में 19 साल हो के बाद भी मजदूर बरसात में खुले आसमान के तले खड़े होने को मजबूर हैं। गर्मी में पीने का पानी नहीं, बरसात में खड़े होनी कि टीनशेड नहीं।
श्रमिकों के खड़े होने की व्यवस्था की जाए लेकिन 19 वर्ष से अधिक हो गए मजदूरों की मांग का निराकरण नहीं हो सका। पचोर नगर में सैकड़ों मजदूर अपनी जीविकापार्जन के लिए मजदूरी करने पचोर आते हैं। हमारा क्षेत्र राजगढ़ पिछड़े जिलों में आता है यहां पर रोजगार के साधन नहीं है। राजगढ़ जिले में उद्योग नहीं होने के कारण बेरोजगारों की संख्या बहुत अधिक है।
पचोर नगर पूरे जिले का सेंटर होने के के कारण पचोर में 4 विधानसभा सारंगपुर, राजगढ़, ब्यावरा, नरसिंहगढ़ क्षेत्र के मजदूर बेरोजगार मजदूरी पाने पचोर नगर में आते हैं। पचोर नगर में निवास करते हैं हमारे यशस्वी तेजस्वी सांसद महोदय श्री रोडमल नागर यह क्षेत्र बीजेपी का गढ़ कहा जाता है और यहां के विधायक श्री कुंवर सिंह कोठार वर्तमान विधायक और यहां के नगर अध्यक्ष श्री विकास जी है सभी नेता बीजेपी के हैं और बीजेपी का मध्यप्रदेश में 19 वर्ष से अधिक शासन और केंद्र में 9 वर्ष से होने को है, लेकिन मजदूरों की समस्याओं को 19 वर्ष से मजदूरों की मांग रही है कि उन्हें खड़े होने श्रमिकों को शौचालय, श्रमिक रेन बसेरा की व्यवस्था की जाए लेकिन यहां के नेता आश्वासन के सिवाए कुछ नहीं दे सके और मजदूर मजबूरी में रोड पर खड़े होते हैं।
जिससे दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है और आए दिन फल सब्जी विक्रेता एवं दुकानदारों से विवाद होता रहता है। शासन-प्रशासन केवल श्रमिक मजदूरों के लिए कागजों पर यह काम कर रही है ऐसा प्रतीत हो रहा है? शासन प्रशासन इस ओर ध्यान दें इस संबंध में पहले भी कबीर मिशन समाचार पेपर ने मांग उठाई थी लेकिन यहां के नेता मजदूरों किसानों और बेरोजगारों की समस्याओं पर ध्यान देना उचित नहीं समझते ऐसा प्रतीत हो रहा है शासन-प्रशासन हो सकता है चुनावी वर्ष होने के मजदूरों को खड़े होने की व्यवस्था करवा दें और राजगढ़ जिले में उद्योग क्षेत्र स्थापित कर शिक्षित बेरोजगार मजदूरों को रोजगार प्रदान करें।