कबीर मिशन समाचार पत्र शाजापुर
मांगीलाल भिलाला संवाददाता
कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना की अध्यक्षता में आज अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत गठित समिति की चतुर्थ त्रेमास की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री यशपाल सिंह राजपूत, अशासकीय सदस्य श्री विक्रम मालवीय व श्री मुकेश चौहान, अजाक्स जिला अध्यक्ष श्री बीएल गुवाटिया, डीपीओ श्री देवेन्द्र मीना, एसडीओपी श्री जीएस चौहान एवं जनजातीय कार्य तथा अनुसूचित जाति कल्याण जिला संयोजक श्रीमती मीना मण्डलोई भी उपस्थित थी।
बैठक में कलेक्टर सुश्री बाफना ने कहा कि पीड़ितों की पहचान किसी भी स्थिति में उजागर नहीं होना चाहिये, यह अति-संवेदनशील मामले होते हैं, शासन उनके कल्याण के लिए काम करता है। बलात्कार के प्रकरणों में चिकित्सकों की पुष्टीकारक रिपोर्ट प्राप्त नहीं होने से पीड़ितों को लाभ नहीं मिल पा रहा है इसके लिए सीएमएचओ को पत्र लिखकर चिकित्सकों से स्पष्ट अभिमत देने के लिए कहें। पंजीकृत प्रकरणों में कितने प्रकरण के चालान प्रस्तुत हो गये हैं, की रिपोर्ट भी प्राप्त करें। साथ ही थानों में दर्ज प्रकरणों की प्रति सप्ताह रिपोर्ट जिला संयोजक प्राप्त करें, साथ ही अच्छा काम करने वाली अनुसूचित जाति-जनजाति बाहुल्य पंचायतों को पुरूस्कृत करने के लिए भी कार्यवाही करें। पुलिस अधीक्षक श्री राजपूत ने कहा कि अधिनियम के अंतर्गत प्राप्त होने वाले यात्रा भत्ता, मजदूरी की प्रतिपूर्ति एवं आहार के लिए प्रदाय की गई राशि को थानेवार बटवा दें तथा इसका उपयोग करें।
इस अवसर पर जिला संयोजक श्रीमती मण्डलोई ने बताया कि जिले में अनुसूचित जाति के कुल 170 प्रकरण स्वीकृत हैं, जिनमें 183 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गई है तथा इनमें से 54 प्रकरणों में 64 लाख रूपये की राशि वितरित की गई है। इसी तरह अनुसूचित जनजाति के 16 प्रकरण स्वीकृत हैं, जिनमें 14.75 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गई है तथा इनमें 4 प्रकरण स्वीकृत किये जाकर 03 लाख रूपये की राशि वितरित की गई है