वनखण्डेश्वन विद्या पीठ जिला मुरैना में विज्ञान एवं प्रौधोगिकी विभाग भारत सरकार नई दिल्ली के सहयोग से विज्ञान सहयोग फाउण्डेशन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय 4 से 6 मार्च 2024 विज्ञान जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुये डॉ. राजेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने कहा कि विज्ञान ने कई मायनों में समाज पर गहरा प्रभाव डाला है। इसने दुनिया के बारे में हमारी समझ में पर्यावरण को अभूपपूर्व चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसमें जलवायु परिवर्तन सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक है। पर्यावरण क्षरण के खिलाफ लड़ाई में विज्ञान सबसे आगे है। यह हमे जलवायु परिवर्तन इसके कारणों और संभावित समाधानों की बेहतर समझ प्रदान करता है। हमारे ग्रह को संरक्षित करने के लिए पारिस्थितक तंत्र जैब विविधता और टिकाऊ संसाधन प्रबंधन का अध्ययन आवश्यक है।
डॉ. रामनरेश ने विज्ञान मेंले में बोलते हुये कहा कि विज्ञान शिक्षा के महत्व पर जोर देने का एक मंच है। यह युवा दिमागों को वैज्ञानिक जांच के माध्यम से दुनिया के आश्चयों का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित करता है। एक सर्वागीणय विज्ञान शिक्षा आलोचनात्मक सोच समस्या समाधान कौशल और रचनात्मक को बढावा देती है। विज्ञान केवल ज्ञान के बारे में नहीं है यह जिज्ञासु और प्रश्न करने वाले दिमाग को विकसित करने के बारे में है। रोजमर्या की जिंदगी में विज्ञान का एक महत्वूपर्ण योगदान हो गया है। डॉ. हेमलता जाटव ने कहा कि विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग तेजी से वैश्वीकरण दुनिया में वैज्ञानिक सहयोग की कोई सीमा नही है। महामारी जलवायु परिवर्तन और अतरिक्ष अन्वेषण जैसी साझा चुनौतियों से निपटने के लिए राष्ट्र एक साथ आते है। अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक सहयोग में प्रदर्शित उददेश्य की एकता शांति और प्रगति को बढावा देने के लिए विज्ञान की क्षमता को दर्शाती है।
तीन दिवसीय विज्ञान मेले में छात्र-छात्राओं ने वाद विवाद प्रतियोगिता, क्यिज प्रतियोगिता, ड्रॉइंग प्रतियोगिता, रोल प्ले, नुक्कड नाटक, साइंस मॉडल प्रतियोगिताओं में भाग लिया जिसमें सभी विजयी प्रतियोगिताओं को पुरुस्कृत किया गया जिसमें साइंस मॉडल प्रतियोगिता में जय किशन ने प्रथम पुरुस्कार, काजल ने दूसरा पुरूस्कार, एवं दिव्यांश ओझा ने तीसरा पुरूस्कार प्राप्त किया। ड्राइंग प्रतियोगिता में मोहिनी ने प्रथम प्ररूस्कार प्राप्त किया व अनुराग शर्मा ने दूसरा पुरूस्कार प्राप्त किया एवं गुर्जन पाल ने तीसरा पुरूस्कार प्राप्त किया। डिवेट प्रतियोगिता में बर्षा पाल ने प्रथम पुरूस्कार प्राप्त किया व कृष्णा गुर्जर ने दूसरा पुरुस्कार प्राप्त किया एवं भावना रजक न तीसरा पुरूस्कार प्राप्त किया।
क्विज प्रतियोगिता म दिया शर्मा ने प्रथम पुरुस्कार प्राप्त किया व आंसनी शर्मा ने दूसरा पुरूस्कार प्राप्त किया एवं पवन यादव ने तीसरा पुरूस्कार प्राप्त किया। नुक्कड नाटक प्रतियोगिता में गोल्डी शर्मा ने प्रथम पुरुस्कार प्राप्त किया व कृष्णकांत शर्मा ने दूसरा पुरूस्कार प्राप्त किया एवं प्रमोद परिहार ने तीसरा पुरूस्कार प्राप्त किया। उपरोक्त के अतिरिक्त अन्य प्रतियोगिताओं में सामूहिक रूप से विजयी प्रतिभागियों को पुरूस्कार एवं मेडल प्रदान किये गये। कार्यक्रम की अध्यक्षता रवि किशन नंदा ने की तथा कार्यक्रम का संचालन प्राची डण्डोतिया ने किया कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में सुनील कुशवाह, कृष्णा पाराशर, एफ.के. खॉन उपस्थित थे।