सिहोर। वन व्यवस्था पन के कार्यों को समय सीमा में करें पूर्ण – कलेक्टर श्री सिंह
मैदानी अमले को आपदा बचाव के बारे में बताया गया
राजस्व एवं वन विभाग की संयुक्त बैठक आयोजित
सीहोर,25 सितम्बर,2024
जिला पंचायत सभाकक्ष में कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह की अध्यक्षता में राजस्व एवं वन विभाग की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर श्री सिंह वन विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को वन ग्रामों में राजस्व ग्रामों में संपरिवर्तन, वन भूमि का सामुदायिक दावों की स्वीकृति एवं वन व्यवस्थापन के कार्यों के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि वन व्यवस्थापन के कार्यों की संबंधित अधिकारियों द्वारा सतत मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने कहा कि वनखंडों के व्यवस्थापन तथा राजस्व ग्रामों के संपरिवर्तन कार्य के लिए समय समय पर राजस्व एवं वन अधिकारियों की बैठक आयोजित की जाए। राजस्व वन सीमा विवाद के प्रकरणों का निराकरण समय सीमा में किया जाए। इसके लिए वन विभाग एवं जनजातीय कार्य विभाग द्वारा कार्यवाही के लिए समय समय पर प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाएं। उन्होने कहा कि वन व्यवस्थापन के कार्य के लिए राजस्व एवं वन विभाग के मैदानी अमले को प्रशिक्षण दिया जाए। उन्होंने कहा कि राजस्व एवं वन विभाग के संबंधित मैदानी अमले को अधिनियम, नियम, मैनुअल तथा राज्य शासन संघ द्वारा जारी दिशा निर्देशों एवं गाइडलाइनों की स्पष्ट जानकारी होना आवश्यक है। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि इन कार्यों को समय सीमा में पूरा करने के लिए संकुचित सोच एवं व्यक्तिगत ईगो एवं अनावश्यक विवाद को जन्म न दें।
राजस्व कार्यों की समीक्षा
कलेक्टर श्री सिंह ने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि राजस्व वसूली के कार्य को प्राथमिकता के साथ करें। उन्होंने कहा कि बड़े बकायदारों को चिन्हांकित कर समय सीमा में उनसे राजस्व वसूली की जाए। इसके साथ ही उन्होंने नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा के प्रकरणों की विस्तृत समीक्षा करते हुए लंबित प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि लोक सेवा गारंटी के तहत 25 दिन में कार्य पूर्ण करें। जिससे आमजन को अपने कार्येां के लिए परेशान न होना पड़े।
मैदानी अमले को आपदा बचाव के बारे में बताया गया
बैठक के पश्चात एसडीआरएफ प्लाटून कमांडर अशोक पाटीदार एवं एसडीआरएफ जवानों द्वारा आपदा प्रबंधन के संबंध में डेमोंसट्रेशन दिया गया। इस डेमोंसट्रेयान में आपदा उपकरणों की जानकारी, आग लगने पर अग्निशमन का उपयोग, सीपीआर, कंबल से स्ट्रेचर बनाना, बाढ़ के समय राफ्टों का उपयोग आदि के बारे विस्तार से बताया गया। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि आपदा के समय यह प्रशिक्षण मैदानी कार्मचारियों के लिए सहायक होगा एवं कर्मचारी स्वयं का एवं अन्य व्यक्तियों का बचाव कर पाएंगे।