विधायक के प्रयासों से स्वयं सहायता समूह की दीदियों को प्रशिक्षण के लिए सोमवार को पहला दल जाएगा इंदौर।
कबीर मिशन समाचार
जिला ब्यूरो चिफ़ पवन परमार
जिला देवास
सोनकच्छ। शुक्रवार को आजीविका मिशन सोनकच्छ में जप के डाक बंगला रोड़ स्थित प्रशिक्षण हाल में आजीविका मिशन द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमे कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक राजेश सोनकर ने की, कार्यक्रम में सोनकच्छ ब्लॉक के 40 स्वयं सहायता समूह की दीदियों को एक करोड़ का लोन भी स्वीकृत किया गया।
संबोधित करते हुए विधायक राजेश सोनकर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार सबसे पहले महिलाओ के लिए ही कार्य करती है और करती रहेगी, विधायक बनते ही स्वयं सहायता समूह की उन्नति के लिए चर्चा की। उन्होंने कहा कि परिवार में से महिला हटा दो फिर वो परिवार नही होता है, एक महिला माँ, बहन और बेटी के रूप में सरक्षण करती है। मुझे इस बात की खुशी है कि इतनी प्रतिभावान महिलाएं मेरी विधानसभा में है, समूह से जुड़ी हुई महिलाओ ने बताया कि साल में कुछ ही महीने काम मिल पाता है जिसके बाद बाकि महीनों फुर्सत रहती है, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि ऐसी योजना बनाएंगे की आपको 365 दिन रोजगार मिलता रहेगा। इस अवसर पर विधायक सोनकर के अनुरोध पर 20 महिलाओ को ट्रेनिंग पर इंदौर टेक्सटाइल्स व्यवसायी जितेंद्र जैन ने अपनी फेक्ट्री में प्रशिक्षण करवाने की जिम्मेदारी भी ली। जिसमे पहले 8 महिलाओ को ट्रेनिंग पर भेजेंगे जिसमे महिलाएं पेंट, शर्ट, कुर्ते, पजामे, कोट की सिलाई का प्रशिक्षण लेंगी।
साथ ही विधायक सोनकर ने कहा कि मैं विधानसभा का विधायक बाद में हु पहले आपका भाई हु, जिसके लिए फिलहाल भोपाल चर्चा करते हुए टोंकखुर्द में समूह की दीदियों के लिए ट्रेनिंग व अन्य कार्यो के लिए वाहन की स्वीकृति और प्रशिक्षण सेंटर बनवाने की कार्य योजना बनाकर जल्द ही काम शुरू करने की तैयारी कर रहा हु, जिसका लाभ जल्द आप सभी सोनकच्छ की बहनों को मिलेगा।
महिलाओ ने अनुभव किए साझा- ग्राम एनाबाद की सुनीता बाई ने अनुभव सांझा करते हुए बताया कि जुड़ने के बाद मै अपनी खुद की पहचान बना पाई, ट्रेनिंग के लिए कभी कोई झिझक नही हुई, भोपाल भी ट्रेनिंग लेने जाऊंगी। लिखापढ़ी और समूह के रजिस्टर को भी मैंटेन करना सीखा, लोन के संबंध की जानकारी जिसमे महिलाओ की बचत और लाभ की जानकारी लिखी जाती है लोंदिया की मीरा बागवान सासु ने मना कर दिया फिर बहुओं ने मेहनत की और आज 17 समूह बनाये है, कोई दीदी फिनाइल बनाती है, पशु पालन का काम किया है, शासकीय गणवेश जैसे कार्य समूह की सहायता से किया। साँवेर की सुनीता बाई- 2018 से शुरू हुआ संगठन कंगन बनाने का काम 18000 से 3 डीडीओ ने शुरुवात की। इसके बाद 1 लाख 20 हजार का ऋण लिया। अब मेरे घर पर अब सकुशल है और मैं सक्षम भी हु। कार्यक्रम मे सभी जन प्रतिनिधि उपस्थित रहे l