कबीर मिशन समाचार पत्र-शाजापुर
मांगीलाल भिलाला संवाददाता शाजापुर
लोकेशन – जिला उज्जैन -पति-पत्नी के बीच अनबन के झगड़े यूं तो आए दिन पुलिस के पास पहुंचते हैं, उज्जैन में महिला थाने में दो पत्नियों वाले पति का गजब मामला पहुंचा। पहली पत्नी पति के साथ रहना चाहती थी, जबकि पति दूसरी पत्नी के साथ रहना चाहता था। झगड़ा इतना बढ़ा कि पुलिस को परामर्श केंद्र का सहारा लेना पड़ा। कई बार काउंसलिंग हुई, जिसके बाद यह सशर्त तय हुआ कि पति 15 दिन पहली जबकि 15 दिन दूसरी पत्नी के साथ रहेगा। दोनों की देखभाल करेगा व बच्चों की परवरिश भी करेगा।
15 साल तक चला विवाद, दोनों पत्नियों में से कोई छोड़ने को राजी नहीं
घटि्टया निवासी व्यक्ति की पहली शादी बमौरा निवासी महिला से 15 साल पहले हुई थी। दोनों का एक बच्चा है लेकिन शादी के कुछ समय बाद दंपती में झगड़ा शुरू हो गया। मामला कोर्ट पहुंचा, लेकिन 15 साल तक पेंडिंग रहा। इस बीच पति ने दूसरी शादी भी कर ली, जिससे उसे दो बच्चे हुए। इसी बीच, कोर्ट ने 15 साल बाद फैसला सुनाया और पहली पत्नी को पति के घर भेज दिया।
इसके चलते दूसरी पत्नी मायके जाकर रहने लगी। पहली पत्नी पति को अब छोड़ना नहीं चाहती थी, इसलिए दोनों इंदौर में रहने लगे। लेकिन 2-3 साल बाद फिर लड़ाई शुरू हो गई। इसके बाद पत्नी सारा सामान लेकर उज्जैन में स्थित मायके पहुंच गई। पहली पत्नी पति के खिलाफ थाने आ गई, जहां पति और पत्नी को बुलाकर समझाया लेकिन न ही पहली पत्नी पति को छोड़ने तैयार थी और न ही पति दूसरी पत्नी को।
कोर्ट ने तीनों को दी झगड़े नहीं करने की चेतावनी
दोनों ही पत्नी अपने अधिकार के लिए मांग कर रही थी। इसके बाद आखिरकार पति ने 15-15 दिनों के लिए दोनों पत्नियों के साथ रहने का फैसला लिया। पति खुली खेती आैर मजदूरी करता है, जिससे उसने दो पत्नियों और तीन बच्चों का भरण-पोषण करने की जिम्मेदारी ली है। इस पर दोनों पत्नियों ने भी हामी भर ली। कोर्ट ने भी तीनों की बात सुनते हुए इस फैसले को मानते हुए उन्हें आगे चलकर इस प्रकार कोई लड़ाई-झगड़े न करने की चेतावनी दी है।