मध्यप्रदेश शाजापुर

शाजापुर। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से किया बाल यौन शोषण पर जागरूक।

बच्चों को डरना नही है सावधान रहें, सतर्क व जागरूक बने- जिला न्यायाधीश एवं सचिव श्री राजेन्द्र देवड़ा

राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर से प्राप्त निर्देशानुसार बच्चों को यौन शोषण एवं अन्य संबंधित विधियों पर जागरूक करने के उद्देश्य से प्रतिमाह स्कूलों, कॉलेजों एवं अन्य योग्य स्थानों पर नुक्कड़ नाटक जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शाजापुर द्वारा आयोजित किये जा रहे है। इसी कड़ी में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शाजापुर के अध्यक्ष एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री ललित किशोर के मार्गदर्शन में एवं सचिव एवं जिला न्यायाधीश श्री राजेन्द्र देवड़ा के मुख्य आतिथ्य तथा डॉ. स्वाति चौहान न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी एवं श्री फारूक अहमद सिद्दीकी जिला विधिक सहायता अधिकारी के विशिष्ट आतिथ्य में आज मंगलवार को “इटर्नल स्कूल ऑफ स्टडीज” शाजापुर में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया शिविर में पैरालीगल वालेंटियर ने बाल यौन शोषण विषय पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूक कर बच्चों को बाल यौन शोषण के प्रति सजग करने एवं उन्हें सर्तक रह कर जागरूक बनने का संदेश दिया गया।

जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री फारूक अहमद सिद्दीकी द्वारा इस शिविर का उद्देश्य और भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर द्वारा प्रसारित निर्देश के पालन में बाल यौन शोषण एवं साईबर अपराधों पर संबंधित विधियों की जानकारी देने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में उपस्थित न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी डॉक्टर स्वाति चौहान ने कहा कि सायबर कानून के संबंध में जानकारी दी गई सोशल साईटों को जरूरत से ज्यादा उपयोग करने से छात्र – छात्राओं के लिए बहुत ही घातक हो सकता है साथ ही बढ़ते सायबर अपराध में दंड के प्रवाधान व आई टी एक्ट की जानकारी भी दी गई। इसके संबंध में कई उदाहरण देकर बच्चो को समझाया गया और बच्चो ने बडी तन्मयता से सुना।

मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शाजापुर जिला न्यायाधीश एवं सचिव श्री राजेन्द्र देवड़ा द्वारा गुड—टच बेड-टच एवं पाक्सो एक्ट तथा विभिन्न कानूनो के बारे में विस्तृत जानकारी दी एवं अपने उदबोधन में कहा कि बाल यौन शोषण होने पर डरने या घबराने की जरूरत नहीं है सावधान रहे, सर्तक रहे एवं जागरूक रहने की आवश्यकता है। शिविर की शुरूआत मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर की गई।

शिविर उपरांत संस्था के डायरेक्टर श्री दिनेश चंद्र झाला एवं प्राचार्य श्रीमती सौदामनी झाला ने संस्था की ओर से अतिथियों को श्रीफल व प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के शिक्षक श्री अभिषेक नागर ने किया आभार विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती सौदामनी झाला ने माना। इस अवसर विद्यालय के संस्थापक श्री विशाल झाला, विद्यालय के मैनेजर डारेक्टर श्री दिनेश चंद्र झाला, प्राचार्य श्रीमती सौदामनी झाला, शिक्षक-शिक्षिका, छात्र छात्राएं, नाटक की सम्पूर्ण टीम एवं विधिक सेवा प्राधिकरण का स्टाफ मौजूद था।

About The Author

Related posts