By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Kabir Mission NewsKabir Mission NewsKabir Mission News
  • Home
  • देश-विदेश
    • उत्तरप्रदेश
    • पंजाब
    • छत्तीसगढ़
    • झारखंड
    • बिहार
  • मध्यप्रदेश
    • भोपाल
    • इंदौर
    • उज्जैन
    • रीवा
    • शहडोल
    • होशंगाबाद
    • चंबल
    • जबलपुर
    • ग्वालियर
  • राजनीति
  • रोजगार
  • शिक्षा
  • समाज
  • स्वास्थ
  • लेख
  • English
Search
© 2024 Kabir Mission News. All Rights Reserved.
Reading: 28 पवित्र आस्था स्थलों में श्रीलाला समारोह आज से होगा प्रारंभ, तीन दिवसीय समारोह में विभाग द्वारा तैयार कराई गईं लीलाओं का होगा मंचन
Share
Notification Show More
Aa
Kabir Mission NewsKabir Mission News
Aa
Search
  • Home
  • देश-विदेश
    • उत्तरप्रदेश
    • पंजाब
    • छत्तीसगढ़
    • झारखंड
    • बिहार
  • मध्यप्रदेश
    • भोपाल
    • इंदौर
    • उज्जैन
    • रीवा
    • शहडोल
    • होशंगाबाद
    • चंबल
    • जबलपुर
    • ग्वालियर
  • राजनीति
  • रोजगार
  • शिक्षा
  • समाज
  • स्वास्थ
  • लेख
  • English
Follow US
© 2024 Kabir Mission News. All Rights Reserved.
Kabir Mission News > Blog > भोपाल > 28 पवित्र आस्था स्थलों में श्रीलाला समारोह आज से होगा प्रारंभ, तीन दिवसीय समारोह में विभाग द्वारा तैयार कराई गईं लीलाओं का होगा मंचन
भोपालमध्यप्रदेश

28 पवित्र आस्था स्थलों में श्रीलाला समारोह आज से होगा प्रारंभ, तीन दिवसीय समारोह में विभाग द्वारा तैयार कराई गईं लीलाओं का होगा मंचन

vijay singh bodana
Last updated: 2024/01/10 at 8:31 PM
vijay singh bodana
Share
6 Min Read
SHARE

भोपाल। मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग एवं जिला प्रशासन के सहयोग से प्रदेश के 28 पवित्र आस्था स्थलों यथा क्रमशः ग्वालियर, दतिया, ओरछा (निवाड़ी), चित्रकूट, रामवन, नागौद (सतना), मऊगंज, देवतालाव (रीवा), मैहर, सलेहा (पन्ना), सलकनपुर (सीहोर), सीहोर, जामसांवली (छिंदवाड़ा), अमरकंटक (अनूपपुर), जबलपुर, खजुराहो (छतरपुर), देवास, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, मन्दसौर, नलखेड़ा (आगर), कुण्डेश्वर (टीकमगढ़), ओंकारेश्वर (खण्डवा), दमोह, सिंग्रामपुर, नोहटा, तेंदूखेड़ा (दमोह) में श्रीरामकथा के चरितों आधारित क्रमशः श्रीहनुमान, भक्तिमति शबरी एवं निषादराज गुह्य लीला नाट्य प्रस्तुतियों एकाग्र ‘श्रीलीला समारोह’ का आयोजन किया जा रहा है। समारोह 11 से 21 जनवरी, 2024 तक आयोजित किया जायेगा, जिसमें 11 से 13 जनवरी तक उज्जैन, रतलाम एवं मंदसौर, 13 से 15 जनवरी तक नलखेड़ा(आगर-मालवा), 14 से 16 जनवरी, देवास, सीहोर, सलकनपुर (सीहोर), 15 से 17 जनवरी तक जामसांवली(छिंदवाड़ा), जबलपुर, अमरकंटक (अनूपपुर), 16 से 18 जनवरी तक चित्रकूट (सतना), कुण्डेश्वर (टीकमगढ़), खजुराहो (छतरपुर), सलेहा (पन्ना), 17 से 19 जनवरी तक ग्वालियर, दतिया, ओरछा (निवाड़ी) तथा 18 से 20 जनवरी तक रामवन (सतना), देवतालाब (रीवा), मऊगंज, 19 से 21 जनवरी तक मैहर, नागौद (सतना) , सिंग्रामपुर, नोहटा, दमोह, तेंदूखेड़ा (दमोह) में प्रस्तुतियां दी जायेंगी।

लीला की कथाएं-
लीला नाट्य भक्तिमति शबरी कथा में बताया कि पिछले जन्म में माता शबरी एक रानी थीं, जो भक्ति करना चाहती थीं लेकिन माता शबरी को राजा भक्ति करने से मना कर देते हैं। तब शबरी मां गंगा से अगले जन्म भक्ति करने की बात कहकर गंगा में डूब कर अपने प्राण त्याग देती हैं। अगले दृश्य में शबरी का दूसरा जन्म होता है और गंगा किनारे गिरि वन में बसे भील समुदाय को शबरी गंगा से मिलती हैं। भील समुदाय़ शबरी का लालन-पालन करते हैं और शबरी युवावस्था में आती हैं तो उनका विवाह करने का प्रयोजन किया जाता है लेकिन अपने विवाह में जानवरों की बलि देने का विरोध करते हुए, वे घर छोड़ कर घूमते हुए मतंग ऋषि के आश्रम में पहुंचती हैं, जहां ऋषि मतंग माता शबरी को दीक्षा देते हैं। आश्रम में कई कपि भी रहते हैं जो माता शबरी का अपमान करते हैं। अत्यधिक वृद्धावस्था होने के कारण मतंग ऋषि माता शबरी से कहते हैं कि इस जन्म में मुझे तो भगवान राम के दर्शन नहीं हुए, लेकिन तुम जरूर इंतजार करना भगवान जरूर दर्शन देंगे। लीला के अगले दृश्य में गिद्धराज मिलाप, कबंद्धा सुर संवाद, भगवान राम एवं माता शबरी मिलाप प्रसंग मंचित किए गए। भगवान राम एवं माता शबरी मिलाप प्रसंग में भगवान राम माता शबरी को नवधा भक्ति कथा सुनाते हैं और शबरी उन्हें माता सीता तक पहुंचने वाले मार्ग के बारे में बताती हैं। लीला नाट्य के अगले दृश्य में शबरी समाधि ले लेती हैं।

लीला नाट्य निषादराज गुह्य में बताया कि भगवान राम ने वन यात्रा में निषादराज से भेंट की। भगवान राम से निषाद अपने राज्य जाने के लिए कहते हैं लेकिन भगवान राम वनवास में 14 वर्ष बिताने की बात कहकर राज्य जाने से मना कर देते हैं। आगे के दृश्य गंगा तट पर भगवान राम केवट से गंगा पार पहुंचाने का आग्रह करते हैं लेकिन केवट बिना पांव पखारे उन्हें नाव पर बैठाने से इंकार कर देता है। केवट की प्रेम वाणी सुन, आज्ञा पाकर गंगाजल से केवट पांव पखारते हैं। नदी पार उतारने पर केवट राम से उतराई लेने से इंकार कर देते हैं। कहते हैं कि हे प्रभु हम एक जात के हैं मैं गंगा पार कराता हूं और आप भवसागर से पार कराते हैं इसलिए उतरवाई नहीं लूंगा। लीला के अगले दृश्यों में भगवान राम चित्रकूट होते हुए पंचवटी पहुंचते हैं। सूत्रधार के माध्यम से कथा आगे बढ़ती है। रावण वध के बाद श्री राम अयोध्या लौटते हैं और उनका राज्याभिषेक होता है। लीला नाट्य में श्री राम और वनवासियों के परस्पर सम्बन्ध को उजागर किया गया।

श्रीहनुमान लीला में भगवान हनुमान के जीवन के उपाख्यानों को 15 दृश्यों में प्रस्तुत किया गया। श्रीहनुमान लीला को भक्ति की लीला के रूप में देखना चाहिये। भारतीय पौराणिक आख्यानों में सबसे बड़े भक्त के रूप में श्रीहनुमान जी का वर्णन अलग-अलग संदर्भों में आता है। अपने बाल्यकाल से ही श्रीहनुमान जी एक लीला की संरचना करते हैं, जिसमें वे सूर्य को निगलते हैं और देवता चिंतित हो जाते हैं। तब सभी देवता उपस्थित होकर श्रीहनुमान जी से प्रार्थना करते हैं और अपनी-अपनी शक्तियां श्रीहनुमान जी को आशीष स्वरूप प्रदान करते हैं। श्रीहनुमान जी का चरित अलग-अलग देव शक्तियों को एक ही चरित में प्रतिस्थापित करने की लीला का आख्यान है। कहा जाता है कि श्रीहनुमान भगवान शिव के अवतार हैं और देवी पार्वती उनकी पूंछ हैं। जब भी श्रीहनुमान जी से किसी भी तरह का दुर्व्यवहार आख्यान में आता है, जहां-जहां उनकी परीक्षा लेने और दंडित करने का किसी चरित के द्वारा प्रयत्न किया जाता है। तब देवी ही क्रोधित होकर अपने नाथ की रक्षा के लिये आगे आती हैं। पूंछ देवी और शक्ति का प्रतीक है। इन अर्थों में यह आख्यान, बहु भक्ति की अवधारणा को कितनी सहजता से प्रकट करता है।

You Might Also Like

आकस्मिक वाहन चेकिंग के दौरान अवैध हथियार लेकर मो.सा. से घूम रहे आदतन अपराधी को थाना जिगना पुलिस ने किया गिरफ्तार।

प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री दतिया पहुंचे।प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा जी दतिया पहुंचे

लापता 12 वर्षीय बालक को 24 घंटे में सकुशल दस्तयाब कर परिजनों को सौंपा

विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन हुआ

सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भरतगढ दतिया में आचार्य अभ्यास वर्ग आयोजित।

vijay singh bodana January 10, 2024 January 10, 2024
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp LinkedIn Telegram Copy Link
Share
Previous Article अब असुरक्षित बोरवेल/कुओं की फिजीकल निरीक्षण की जरूरत नहीं होगी…
Next Article उज्जैन। पीएम एवं सीएम किसानों के सत्यापन में प्रगति लाई जाये, कलेक्टर ने वीसी के माध्यम से राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये

Stay Connected

235.3k Followers Like
69.1k Followers Follow
56.4k Followers Follow
136k Subscribers Subscribe

Latest News

आकस्मिक वाहन चेकिंग के दौरान अवैध हथियार लेकर मो.सा. से घूम रहे आदतन अपराधी को थाना जिगना पुलिस ने किया गिरफ्तार।
दतिया June 23, 2025
प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री दतिया पहुंचे।प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा जी दतिया पहुंचे
दतिया June 23, 2025
लापता 12 वर्षीय बालक को 24 घंटे में सकुशल दस्तयाब कर परिजनों को सौंपा
विदिशा June 22, 2025
विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन हुआ
विदिशा June 13, 2025
//

Kabir Mission is a news platform that provides updates on various topics, including local and national news, social issues, and cultural events. The website features articles, opinion pieces, and reports aimed at keeping the community informed and engaged.

Follow

Subscribe to notifications
Kabir Mission NewsKabir Mission News
Follow US
© 2024 Kabir Mission News. All Rights Reserved.
  • Privacy
  • Advertisement
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?