शाजापुर | कबीर मिशन समाचार | आज भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के लोगों ने शुजालपुर में चार साल बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म मामले एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर आंदोलन किया। जिसमें शाजापुर सहित अन्य जिलों से भी सैकड़ों भीम आर्मी व अन्य सामाजिक संगठन के लोग शामिल हुए। भीम आर्मी का आरोप है कि शासन प्रशासन दलित अत्याचार पर दोहरा रवैया अपनाती है।
चार साल कि बच्ची के साथ ऐसा घिनौना काम करना छोटी बात नहीं है लेकिन फिर भी इसमें आरोपी के मकान पर बुलडोजर नहीं चलवाया गया। न परिजनों को राहत राशि मुहैया कराई गई। संगठन द्वारा अन्य दस सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन किया, यदि प्रशासन जल्दी ही मांगे नहीं मानती है तो भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को बुलाया जाएगा और बड़ा आंदोलन करेंगे।
जिले के शुजालपुर तहसील में बीते दिन एक बेहद शर्मनाक घटना शामने आती है| मामला 25 जून 2023 की का है जिसमें बच्ची के परिजन ने शाजापुर महिला थाना में फरियाद लगाई थी। डाक्टर को दिखाने के बाद मामला सामने आया और कथन के अनुसार बच्ची गुरूजी के बारे में बोल रही है। महिला थाना शाजापुर के बाद जांच की गई और 2 जुलाई को पुलिस ने देहाती नामली के आधार पर धारा 376 एबी, लैंगिक अपराध बाल संरक्षण अधिनियम की अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराई| जुलाई को पुलिस ने शाजापुर न्यायालय में पेश किया जिसके बाद उक्त व्यक्ति को जेल भेज दिया।
यह घटना हमारे मानव समाज को शर्मशार करने वाली है। मंदिर प्रांगण में 4 साल की मासूम बच्ची खेल रही थी। जिसे पूजारी के द्वारा मंदिर प्रांगण में ही हवस का शिकार बनाने के बाद बच्ची का गला दबा कर मारने का प्रयास कर रहा था, तो बच्ची की रोने की आवाज से वहा पास रहवासी के आने पर वह उसे छोड़ कर भाग निकला और बच्ची की दादी मजदूरी करके शाम को आई तो घटना की जानकारी दी। जिसमे प्रशासन ने द्वारा दोहरा रवैया अपनाया है| जिसको लेकर भीम आर्मी संगठन के आन्दोलन की घोषणा की है. भीम आर्मी जिला अध्यक्ष कांतिलाल डोंगलिया ने आह्वान किया था।
समस्त टीम द्वारा दलित अन्याय अत्याचार के विरोध में समस्त बहुजन समाज के समस्त संगठनो द्वारा शुजालपुर में उग्र आन्दोलन किया ।उक्त जानकारी आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारी अविनाश सिंह ने दी है।
आज के आंदोलन में भीम आर्मी जिला अध्यक्ष कांतिलाल डोंगलिया, आज़ाद समाज पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी अविनाश चोरड़िया, योगेश मालवीय, अजय अहिरवार, राहुल अहिरवार, राजगढ़ से शिवनारायण जांगड़े, राधेश्याम मालवीय, दीपक वाल्मीकि, राजकुमार आजाद, मुकेश मालवीय, अरूण मालवीय, मनोज मालवीय, धर्मेन्द्र आजाद, आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे।