रिपोर्टर योगेश गोविन्द राव तहसील संवाददाता कप्तानगंज कुशीनगर
सिखों के प्रथम गुरु, गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मंगलवार को रामकोला नगर के त्रिवेणी चीनी मिल के परिसर में स्थित गुरुद्वारे में बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। दीवान सजाए गए रागी जत्थे ने कीर्तन द्वारा गुरु जी की महिमा का बखान किया। गुरुद्वारे में ज्ञानी संजय सिंह ने अखंड पाठ किया । शब्द कीर्तन के बाद गुरुद्वारे में लंगर का आयोजन किया जिसमें गुरुजी के अनुयायियों सहित तमाम लोगों ने वहां पर प्रसाद ग्रहण किया ।
ज्ञानी संजय सिंह ने गुरु जी के जीवन पर प्रकाश डाला। ज्ञानी ने साखी में ‘कौडा राक्षस दी संघार ‘ का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि एक बार गुरु नानक देव जी व मरदाना मध्य प्रदेश के जंगल के रास्ते जा रहे थे। तभी किसी आवश्यक कार्य की वजह से मरदाना गुरुजी का साथ छोड़ कर वापस हो रहे थे कि रास्ते में एक कौडा नामक राक्षस ने खौलते तेल में मर्दाना को डाल दिया। फिर मरदाना ने गुरु जी को याद कर अपने मन में जय जी साहब का पाठ किए। गुरु नानक जी महान पुरुष थे वे तुरंत मर्दाना के सम्मुख प्रकट हो गए । कौडा राक्षस तेल गर्म करता रहा। लेकिन गुरु जी की कृपा से तेल गर्म नहीं हुआ और मरदाना के प्राण बच गए ।
इस अवसर पर प्रधान प्रबंधक यशराज सिंह ,कारखाना प्रबंधक मानवेंद्र राय, उप महा गन्ना प्रबंधक अजय कुमार बघेल , जगदीश चावला ,संजय चावला, यशपाल सिंह ,आनंद मिश्रा, शिवम चड्ढा, राजेश शर्मा, चेतन शर्मा, कमल राज मधोक, गोलू नंदा, जसवीर सिंह , अंजना चढ्ढा, शशि नंदा, रानी नंदा, मंजू चावला सहित तमाम लोग गुरु नानक जयंती के अवसर पर उपस्थित रहे ।