ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए करना पड़ता है परेशानियों का सामना, अधिकारी नहीं लेते सुध।
कबीर मिशन :- संतोष कुमार सोनगरा आगर जिला प्रतिनिधि
आगर मालवा :- केंद्र सरकार और राज्य सरकार जल जीवन के ऊपर अनेकों कार्यक्रम कर रही है । एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जल जीवन पर प्राथमिकता से काम कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर लोगों को जल के लिए जूझना पड़ रहा है। घटना ग्राम रणायरा राठौर की जोकि 2019 में बना नवीन तालाब के अंदर शासकीय कुआं डूब क्षेत्र में आ जाने के कारण ग्रामीणों को 3 से 4 महीने शासकीय कुआं से पानी नहीं पी पाते हैं वह इधर उधर से पानी भरकर लाते और जीवन गुजारते ।लेकिन 4 महीने बाद जब तालाब में लोगों द्वारा पानी की मोटर रखकर अपने खेतों में सिंचाई के लिए पानी का पूरा उपयोग कर लिया जाता है ।तब शासकीय कुएं खुले हो पाते हैं ,लेकिन जैसे ही तालाब का पानी खत्म हो जाता है लोग शासकीय कुएं में भी पानी कि मोटरें रख कर सिंचाई करते रहते हैं। उन मोटरों को हटवाने के लिए ग्रामीण जन मोटरें हटवाने के लिए बार-बार लोगों से निवेदन भी करते हैं लेकिन लोग सुनने को तैयार नहीं इसलिए कई बार इस कुएं के ऊपर वाद विवाद भी हो चुके हैं। एक आध बार इन मोटरो को हटाने के लिए शिकायत भी की जा चुकी है । 2019 में अनुविभागीय अधिकारी को गांव के पत्रकार द्वारा ही लिखित में शिकायत दी गई थी । लेकिन कुछ लोगों ने जांचकर्ता टीम को गुमराह कर वापस भेज दिया था । जिसके चलते कुएं में मोटर रखने वाले लोगों के हौसले और बुलंद हो गए और साल भर कुएं में मोटर रखकर अपने खेतों में सिंचाई करते आ रहे हैं इसी कारण ग्रामीणों को पानी पीने की बहुत परेशानी होती है ।इसलिए कई लोगों के कहने पर एक ग्रामीण महेश मालवीय ने अब 181 पर शिकायत दर्ज कर दी। बता दें कि ग्रामीणों को पिने के पानी की समस्या से राहत के लिए पंचायत द्वारा पुराने कुएं को गहरी करण करने की बजाय दुसरा कुआं ही खोद डाला और वह कुआं भी लोगों को पानी पीने के काम नहीं आया वह कुआं केवल सिंचाई के लिए ही काम में आ रहा है । इसलिए एक पुराने कुएं से ग्रामीण जन पानी पिते है । देखना यह होगा कि अधिकारी इस मामले को पर संज्ञान ले पाते हैं या फिर लिपा पोती कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देंगे ।