रिपोर्टर योगेश गोविन्दराव तहसील संवाददाता कप्तानगंज कुशीनगर।
रामकोला/कुशीनगर । बारावफात पर रविवार को गांव से लेकर शहर तक जुलूस निकाला गया। इस दौरान जुलूस में लोगों ने अमनचैन की दुआएं मांगी। मुहम्मद साहब के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।करीब 570 ईसवी में पैगंबर हजरत मुहम्मद का जन्म मक्का में हुआ था। इस्लामी कैलेंडर हिजरी के मुताबिक 12 रबी-उल-अव्वल को पड़ता है। इसलिए मुसलमानों के लिए यह तिथि बेहद महत्वपूर्ण होता है। रामकोला में पैगम्बर के अनुयायी मैनुद्दीन उर्फ मैना ने बताया कि मोहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर जुलूस निकाले जाते हैं और इस पर्व पर उनके विचारों एवं मार्गों को याद किया जाता है । स्थानीय उपनगर के सभासद जुल्फिकार अली ने बताया कि इस मौके पर मुस्लिम समुदाय के घरों में पारंपरिक पकवान बनायें जाते हैं और एक- दूसरे के साथ मिलकर भाईचारा का संदेश देते हैं। उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म में मानवता यानी इंसानियत को सबसे ऊपर रखा गया है, इसलिए बारावफात के दिन गरीबों को नए कपड़े, राशन और दान देकर इस परंपरा को लोगों तक पहुंचाया जाता है। जुलूस में हिन्दू-मुस्लिम सदभाव देखने को मिली। रामकोला थाना प्रभारी नीरज कुमार राय के निगरानी और पीएसी बल के साथ निकाला जुलूस इस दौरान रामकोला के चेयर मैन प्रतिनिधि उमेश गोंड, अमरजीत गोविन्द राव, शब्बीर, नूरूलैन, मुमताज, जुम्मन, मंसूर, इम्त्याज, याकूब, अमरजीत गोविंदराव, छोटे अंसारी, वसीम परवेज, आमिर इराकी, मोहम्मद राजा, शाहिद, जाहिद, अकबर, आजम खान, अख्तर इत्यादि लोग मौजूद रहे