वही स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर जानकारी दी की बीजेपी और आरएसएस के लोग आने वाले चुनाव में हारने के डर से इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं, इनको जो करना है करले में ऐसी घटनाओं से नही डरता और जो लोग नए संविधान व हिंदू राष्ट्र की मांग करने वाले लोग है वह राष्ट्र विरोधी संविधान विरोधी है। और इस प्रकार की बात करने वाले लोगों के खिलाफ तत्काल कठोर कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए। भारतीय संविधान देश के 140 करोड लोगों की भावनाओं, आस्था, सम्मान व स्वाभिमान का प्रतीक है।
संविधान बदलने की बात करने वालों को अपने घृणित और ओछी मानसिकता से बाहर आकर राष्ट्र की एकता, अखंडता के प्रति अवश्य ध्यान रखना चाहिए। वही दारा सिंह ट्विटर यूजर ने कहा कि जूता स्वामी प्रसाद मौर्य पर नहीं बल्कि पूरे ओबीसी समाज पर पड़ा है।
इतने बड़े कार्यक्रम में जहां पर इतनी तादाद में ओबीसी के लोग इकट्ठा हो वहां पर अगर कोई ओबीसी के बड़े नेता पर जूता फेंक जाए तो मान लेना चाहिए कि सत्ता और शासन के संरक्षण के बिना यह मुमकिन नहीं है।