कौशल्या ह्यूमैनिटी फाउंडेशन (KHF) की संस्थापिका एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष अर्चना सिंगरौल जी द्वारा लगातार समस्त भारत में KHF संगठन का विस्तार किया जा रहा है और संगठन की कार्यकारिणी समिति का गठन/ विस्तार किया जा रहा है जिला एवं प्रदेश कार्यकारिणी समिति का गठन किया गया जिसमें झारखंड एवं छत्तीसगढ़ में प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की इसके अलावा मध्य प्रदेश ,उत्तर प्रदेश , राजस्थान बिहार एवं अन्य प्रदेशों के अन्य पदभार सौंपे गए | उदय कुमार यादव को झारखंड का प्रदेश अध्यक्ष एवं भागवत कौशिक को छत्तीसगढ़ का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया |
इसके अलावा सुरेंद्र सिंह को भरतपुर का जिला उपाध्यक्ष ,जगदीश साव को गिरिडीह का जिला अध्यक्ष , जलमेश राजपूत को छतरपुर का कोषाध्यक्ष ,उमेश कुमार लोधी को सतना का महामंत्री, प्रदीप कुमार सिंगरौल को सतना जिला प्रभारी ,इंद्रजीत कुमार राम को सिवान जिला अध्यक्ष, देवेंद्र राजपाली को खरगापुर का तहसील अध्यक्ष, विकास कुमार को हनुमानगढ़ का जिला अध्यक्ष ,मोहम्मद रहनवाज आलम को अररिया का जिला अध्यक्ष ,धीरज लोधी को कटनी का सचिव ,सत्यराज लोधी को सतना का कानून सलाहकार, रोहित लोधी को देवास का जिला उपाध्यक्ष ,वीरेंद्र लोधी को नागौद का तहसील उपाध्यक्ष, मनोहर सिंह लोधी को दमोह का वरिष्ठ कोषाध्यक्ष, राहुल कुमार सहरसा बिहार जिला अध्यक्ष, दिनेश कुमार कुंडा प्रतापगढ़ तहसील अध्यक्ष, नियुक्त किये गए | KHF संगठन कौशल्या ह्यूमैनिटी फाऊंडेशन की संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष अर्चना सिंगरौल तहसील पवई जिला पन्ना मप्र से आती हैं, अर्चना दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा है, अर्चना किसान की बेटी हैं, जो गरीब लाचार मजदूर लोगों के दुख दर्द पीड़ा को समझती हैं, अर्चना ने लोगों का दुख देखकर केएचफ KHF संगठन की शुरुआत की ताकि लोगों की भलाई का कर पूरे देश में किया जा सके हर संभव हर व्यक्ति की हर तरीके से मदद की जा सके यह KHF संगठन के उद्देश्य हैं,
इसमें अर्चना सिंगरौल के भाई नरेंद्र सिंगरौल भी उनके साथ हैं और पूरा सहयोग कर रहे हैं, साथ ही उनकी बहिन जिन्हें प्रसिद्ध समाज सेविका अंजू सिंगरौल के नाम से जाना जाता है वह भी पूरा सहयोग कर रहीं है, संगठन के उद्देश्य अंगदान, नेत्रदान, रक्तदान के लिए प्रेरित करना और नेत्रहीन सहायता कोष स्थापित करके निःसहायो के नेत्र बनवाने के लिए कार्य करना तथा अंधों को घुघरुदार लाठियां उपलब्ध करवाना, आपदा या महामारी से प्रभावित समाज के लोगों को भोजन, वस्त्र, औषधि आदि से तत्काल सहायता करना और विपत्ति से ग्रस्त हुए व्यक्तियों को अपेक्षित स्नेह, सहयोग और देखरेख करना, समाज के लोगों के स्वास्थ्य, खेलकूद, मनोरंजन और सांस्कृतिक उत्थान के लिए जरूरी कार्य करना।
भारतवर्ष में समाज के गरीब अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति अल्पसंख्यक आदिवासी बनवासी विकलांग अनाथ असहाय वृद्ध व्यक्तियों महिलाओं कामकाजी महिलाओं परित्यक्ता एवं विधवा महिलाएं एवं बालक बालिकाओं के कल्याण एवं उत्थान के लिए शिक्षा तकनीकी शिक्षा व्यावसायिक शिक्षा हैंडीक्राफ्ट शिक्षा हस्तशिल्प प्रशिक्षण एवं सेमिनार तथा स्वरोजगार शिक्षा केंद्रों की स्थापना करना और उनका संचालन करना तथा आर्थिक मदद करना एवं ऋण उपलब्ध कराना। समाज को सक्षम बनाने के लिए जरूरी संसाधन जुटाकर उनके लिए स्थायी, अस्थायी, स्वरोजगार और व्यापार हेतु लघु उद्योग इकाईयों की स्थापना करना व उनको जरूरी ज्ञान, प्रशिक्षण एवं अनुदान या लोन प्रदान करना.
असहाय दिव्यांगजन अनाथ लोगों का निर्धन छात्रों के लिए शासन प्रशासन द्वारा जनहित व कल्याणकारी कार्यक्रमों को क्रियान्वित करना। देवीय आपदाओं सूखा बाढ़ अग्निकांड भूकंप आदि से प्रभावित लोगों की सहायता करने में सहयोग करना। संस्था द्वारा ग्राम उद्योगों की स्थापना करना व प्रशिक्षण शाहिद व्यवस्था करना व समाज के नव जवानों को स्वरोजगार हेतु तकनीकी प्रशिक्षण देकर स्वावलंबन की भावना जागृत करना एवं स्वयं सहायता समूह का गठन करना, निर्धन एवं अनाथ बच्चों का सहायता एवं शिक्षा देना, पर्यावरण का स्वच्छ बनाना ।
महापुरूषों की जयंती एवं स्मरण दिवसों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना,समाज के समाज सुधारक सेनानी एवं कार्यकारी, महान पूर्वजों, वर्तमान या पूर्व समाज सुधारको, प्रेरणा स्रोतों आदि के सामाजिक योगदान या उनके साहित्य या संघर्ष या कार्यो के बारे में भारत रक्षादल समाज के लोगों को विभिन्न माध्यमों से जानकारी देना साथ ही उनके नाम से विभिन्न स्तरों पर, विभिन्न प्रकार के सम्मान, पुरस्कार और प्रशस्तिपत्र या प्रतियोगिता आदि स्थापित या प्रारंभ कर योग्य व पात्र लोगों को पुरस्कृत करना,