झालावाड़ – के भवानी मंडी क्षेत्र की अलावा पंचायत में बिजली चोरी करने के मामले में विजिलेंस टीम जब कार्रवाई करने पहुंची तो ग्रामीणों ने रोकने की कोशिश की। एक्सईएन ने लाइनमैन को बार-बार पोल पर चढ़ने के लिए कहा, लेकिन वह आनाकानी करता रहा। इसी बीच ग्रामीणों ने विधायक को फोन कर मामले की जानकारी दी, जिसके बाद विधायक ने बिजली विभाग के एक्सईएन को फोन कर कार्रवाई करने से मना कर दिया, तो गुस्साए एक्सईएन ने संविदाकर्मी लाइनमैन को चप्पल मार दी। इसका वीडियो सामने आने पर बिजली निगम ने एक्सईएन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। घटना गांव खेता खेडा में मंगलवार शाम 5 बजे की है।
घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें अधिशासी अभियंता शंभुनाथ प्रसाद एक बिजली के खंभे के पास सीढ़ी लगाकर खड़े संविदाकर्मी लाइनमैन को बार-बार खंभे पर चढ़ने के लिए कह रहे हैं, लेकिन संविदाकर्मी खंभे पर नहीं चढ़ रहा है। वहीं, टीम की कार्रवाई को ग्रामीणों ने रोकने की कोशिश की, लेकिन अधिकारी नहीं माने तो ग्रामीणों ने डग विधायक कालूराम का फोन लगाया और कार्रवाई को रोकने की मांग की। जिसके बाद विधायक ने अधिकारी को फोन पर कार्रवाई करने से मना कर दिया, जिससे गुस्साए अधिशासी अभियंता ने लाइनमैन को चप्पल मार दी और लाइनमैन मौके से भाग गया।
एक्सईएन शंभूनाथ ने बताया कि विभाग की टीम जब भी बिजली चोरी की कार्रवाई को लेकर किसी गांव में जाती है, तो विधायक फोन करके कार्रवाई नहीं करने देते हैं। लाइनमैन के साथ कोई मारपीट नहीं की है। वह टूटी सीढ़ी के बहाने से काम करने में इनकार कर रहा था। उसे पहले ही बता दिया था कि ट्रांसफॉर्मर हटाना है फिर भी वह टूटी सीढ़ी लेकर आया था।
उन्होंने बताया कि इस गांव में जमीन से मात्र 6 फीट ऊपर 11 केवी लाइन है, जिसके पास महज एक कनेक्शन के लिए 5 केवीए का ट्रांसफॉर्मर लगा हुआ है। गांव में दो और ट्रांसफॉर्मर लगे हैं, जिनमें एक 10 केवीए पर मात्र तीन और दूसरे 5 केवीए पर तीन कनेक्शन हैं। बिजली विभाग की टीम जिस ट्रांसफॉर्मर को उतार रही थी। वह 11 केवीए लाइन के पास होने से कभी भी हादसे का करण बन सकता है। पहले भी यहां हादसा हो चुका है। जिसमें एक आदमी की मौत हो गई थी। दूसरी ओर गांव में 3 में से 2 ट्रांसफॉर्मर फर्जी है।टीम को इस गांव में फर्जी कनेक्शन मिले हैं, और तीन की वीसीआर भी भरी है। इस दौरान टीम में भवानीमंडी और सुनेल कनिष्ट अभियंता और सहायक अभियंता भी शामिल थे। टीम की कार्रवाई गलत नहीं है, लेकिन विधायक बिजली चोरी को समर्थन दे रहे हैं।