संकेतों में पुलिस अफसरों को यूपी की तरह सख्त एक्शन लेने की दी नसीहत, कहा- अन्य राज्यों की व्यवस्था का करें अध्ययन अफसरों से बोले- कड़ाई से करें पालन, रात में अचानक थानों का करें निरीक्षण, संकरी गलियों से हटाएं अतिक्रमण मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि धार्मिक स्थलों पर ध्वनि विस्तारक यंत्रों के अनियंत्रित उपयोग पर रोक का कड़ाई से पालन किया जाए।
रोक पर कोई समझौता नहीं होगा। खुले में मांस की बिक्री पर भी नजर और डीजे पर भी नियंत्रण हो। जुआं, सट्टा, प्रॉपर्टी संबंधी अपराध, धोखाधड़ी और सायबर क्राइम पर नियंत्रण के लिए हर स्तर पर कार्रवाई की जाए। महिलाओं के विरुद्ध अपराध करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाए। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी रात में थानों का आकस्मिक निरीक्षण करें।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंत्रालय में कानून व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव वीरा राणा, प्रमुख सचिव गृह संजय दुबे, पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जिन क्षेत्रों में अधिक आपराधिक गतिविधियां है, वहां सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की जाए। ढाई घंटे तक ली अफसरों की क्लास पूछा किस-किसने किया नाइट विजिट मुख्यमंत्री ने दोपहर करीब साढ़े बारह बजे से तीन बजे तक अफसरों की बैठक ली।
सूत्रों की माने तो बैठक में उनके तेवर काफी सख्त थे। उन्होंने अफसरों से कहा कि अधिकांश पुलिस अफसर रात्रि में थानों का आकस्मिक निरीक्षण नहीं करते। उन्होंने अफसरों से पूछा कि किस-किसने रात में नाइट विजिट किया है। सीएम ने कहा कि उन्हें इस बात की भी शिकायत मिली है कि बाहर के प्रदेशों से आने वाले वाहनों से कई जगह पुलिस वसूली करती है। इस पर सख्ती से रोक लगनी चाहिए।