कबीर मिशन समाचार।। प्रमोद कुमार
खबर में प्रदेश के रीवा जिले के अंतर्गत जहां हनुमना जनपद क्षेत्र के अंतर्गत सेंटर ऑफ इंडिया ट्रेड यूनियन सिटी से संबंध आशा ऊषा आशा सहयोगी यूनियन द्वारा हनुमना विकासखंड में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर को रैली निकालकर अपना मांग पत्र सौंपा साथ ही मांग को लेकर मांग उठाई ज्ञापन में आशा उषा को ₹10000 आशा पर्यवेक्षक को ₹15000 का निश्चित वेतन देने आशा ऊषा, आशा परीक्षकों को कर्मचारी का दर्जा देने सभी प्रकार के प्रोत्साहन राशि में सुनिश्चित करने सभी प्रकार के भुगतान माह में 5 तारीख तक करने स्वास्थ्य बजट को बढ़ाने याद की मांग को उठाया इस दौरान आयोजित सभा में सीटू के जिला संयोजक सहित कई लोग शामिल रहे। मुख्य मांगे इस प्रकार मिशन संचालन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के द्वारा दिए गए निर्णय के आधार पर आशा को 10000 एवं पर्यवेक्षक को 15000 वेतन निश्चित किया जाए।
आशा कार्यकर्ताओं के प्रोत्साहन राशि में की जा रही कटौती बंद किया जाए। कोरोना काल में आशा आशा सहयोगीयों द्वारा की गई ड्यूटी का वेतन भुगतान किया जाए। हनुमना ब्लॉक में 2 मार्च से आशा पर्यवेक्षक के 15 रुपए प्रतिमाह काटे जा रहे हैं उन्हें तत्काल बंद कराया जाए। आशाओं की मीटिंग में पर्यवेक्षक के वास्तविक यात्रा व्यय का भुगतान किया जाए आशा एवं पर्यवेक्षकों को वेतन सहित 20 कैजुअल अवकाश एवं मेडिकल लीव का ठोस नियम बनाया जाए।आशा एवं पर्यवेक्षकों को शासन के कुशल श्रेणी के न्यूनतम वेतन की दर पर 6 माह का मातृत्व अवकाश एवं अन्य सुविधाएं दिया जाए। बिना किसी जांच के आशाओं की सेवा समाप्ति पर तुरंत रोक लगाई जाए पेंशन एवं सेवानिवृत्त लाभ लागू किया जाये।इन सभी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है।
इस दौरान किरण पांडे,विमल तिवारी, सपना सिंह, सरस्वती मिश्रा ,आरती मिश्रा, उर्मिला सिंह, ममता तिवारी, सीता विश्वकर्मा, सुषमा साहू, चंद्रकली मिश्रा,मालती सेन, रेनू शुक्ला,देवकी द्विवेदी,कुसुमकली द्विवेदी, गुलाबकली पटेल,लता पांडे, अनू विश्वकर्मा,उर्मिला पांडे, विभा, सविता ,पूनम, प्रमिला मिश्रा, गीता पटेल ,सरिता तिवारी,सरिता सिंह ममता सिंह,रीता साकेत,प्रमिला मिश्रा ,समिति पटेल,मंजुला साकेत पारुल सिंह,अनीता सेन, सुनीता पटेल रेखा पांडे सुशीला रावत शकुंतला कोल ,फूलवती, कविता, सैकड़ों संख्या में कार्यकर्ता आक्रोश व्यक्त किया और काफी संख्या में संगठन के आशा एवं संबंधित कर्मचारी रहे मौजूद अगर मांगे पूरी नहीं होगी अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाएंगी।