भोपाल मध्यप्रदेश। कबीर मिशन समाचार
भोपाल। बैतूल में विरोध की चिंगारी समाजसेवियों ने जताई नाराजगी जताई है। भोपाल पुलिस विभाग में पदस्थ एसआई द्वारा अनुसूचित जाति के अधिवक्ता के ऊपर तलवार से किए गए जानलेवा हमले की अनुसूचित जाति से जुड़े समाजसेवियों द्वारा कड़ी निंदा की गई है। समाजसेवियों ने डीजीपी के नाम बैतूल पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर उचित कार्यवाही करने का आग्रह किया। मामला थाना छोला भोपाल का है। ज्ञापन के माध्यम से सामाजिक कार्यकर्ताओं ने न्याय की गुहार लगाई। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि पुलिस का यह चेहरा अमानवीय है।
ये है पूरा मामला इस मामले की जानकारी देते हुए अनुसूचित जाति के सामाजिक कार्यकर्ता सुखराम पंडाग्रे, अर्जुन वामनकर, अशोक निरापुरे ने बताया कि राजधानी में एएस आई रिपुदमन भदौरिया ने अधिवक्ता सुदामा अहिरवार के उपर तलवार से सिर पर जान लेवा हमला किया। जिससे उनके सर में काफी गंभीर चोटें आयी थी, उनका इलाज पीपुल्स हास्पिटल में चला था, 24 घंटे तक संबंधित थाना के अधिकारीयों ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं की।
थाना प्रभारी को उक्त मामले को लेकर अवगत कराया गया तो दिनांक 17/11/2022 को अपराध क्रमांक 559 / 2022 के अंतर्गत धारा 294 , 323 , 506, 324 , 12 बी एवं एससी – एसटी एक्ट की मामूली धाराओं में अपराध पंजीबद किया गया है। जबकि एएस आई रिपुदमन भदौरिया के द्वारा जानबूझकर जान से मारने के आशय रखते हुये धारदार तलवार से जान से मारने की नियत से उन पर हमला किया गया था। जो प्रथम दृष्टया धारा 307 के अधीन का मामला बनता है, भले ही मेडीकल रिपोर्ट कुछ भी प्राप्त हो क्योंकि आरोपी का आशय जान से मारने की नियत से वकील सुदामा अहिरवार पर हमला किया गया था।
सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में सारा मामला स्पष्ट हो जाएगा। इस मामले में उन्होंने उच्च स्तरीय जांच कर दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की यदि इस मामले की उचित जाँच करा कर रिपुदमन भदौरिया एएस आई कार्यवाही नहीं की गयी तो मजबूरन होकर बैतूल कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के कांग्रेस नेता व कांग्रेस कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ पूर्व मुख्यमन्त्री एवं राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह व पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह पूर्व कृषि मंत्री सुरेन्द्र व समाज सेवी कांग्रेस नेता पूर्व प्रदेश संयोजक अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश संयोजक शिवप्रसाद अहिरवार के नेतृत्व में उचित जाँच की माँग को लेकर धरना प्रदर्शन किया जायेगा।