क्राइम भोपाल मध्यप्रदेश सीहोर

थाना बिलकिसगंज पुलिस नें किया 24 घंटे के अंदर अंधे कत्ल का पर्दाफाश फरियादी ही निकला अपने साथी कर्मचारी का हत्यारा।

थाना बिलकिसगंज पुलिस नें किया 24 घंटे के अंदर अंधे कत्ल का पर्दाफाश फरियादी ही निकला अपने साथी कर्मचारी का हत्यारा।

कबीर मिशन समाचार जिला सीहोर। सिहोर से संजय सोलंकी की रिपोर्ट 9691163969।

बिलकिसगंज। दिनांक 29.05.2024 को थाना बिलकिसगंज अतंर्गत कोबिंग गश्त के दौरान सूचना प्राप्त हुई कि रिमझिम ढाबा वीरपुर रोड बिलकिसगंज मे ढाबे पर काम करने वाले कर्मचारी कि लाश ढाबे के कमरे के बाहर खाट पर पडी हुई है बिलकिसगंज पुलिस द्वारा मौके पर पहुँच कर शव को देखने पर मृतक के सिर पर काफी गंभीर चोट लगी थी जो बाहर खाट पर मृत अवस्था में पडा था तथा पास मे ही लोहे का एक घन (हथोड़ा) पड़ा हुआ था जो प्रथम दृष्टया प्रतीत हुआ कि मृतक की हत्या इसी घन (हथोड़े) से सिर मे मारकर की गई है । मृतक की पहचान बाबू जाटव पिता नारायण जाटव उम्र 33 साल निवासी ग्राम मोया थाना ब्यावरा जिला राजगढ़ के रूप मे हुई ।

उक्त घटना कि सूचना तत्काल कन्ट्रोल रूम सीहोर व वरिष्ठ अधिकारियो को दी गई जिनसे अवाश्यक दिशा निर्देश प्राप्त हुये बाद मौके पर एफएसएल टीम , फिंगर प्रिंट टीम , डाँग स्काड व फोटो ग्राफर आये जिन्होने घटना स्थल का निरीक्षण कर कार्यवाही की बाद पुलिस व्दारा मृतक के साथ ढाबे पर काम करने वाले कर्मचारी व सूचनाकर्ता गोविन्द राठौर पिता सीताराम राठौर उम्र 21 साल निवासी ग्राम लीलाखाड़ी थाना बिलकिसगंज कि सूचना पर मर्ग कायम कर अज्ञात व्यक्ति के विरूध्द अपराध क्र. 95/24 धारा 302 भादवि की धारा मे अपराध पंजीबध्द कर विवेचना मे लिया ।

पुलिस अधीक्षक सीहोर श्री मयंक अवस्थी द्वारा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सीहोर सुश्री पूजा शर्मा के मार्गदर्शन मे प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये व प्रकरण की विवेचना व अज्ञात आरोपी की पतारसी हेतु थाना बिलकिसगंज से उप निरीक्षक लवकुश पाण्डेय, सउनि जगदीश धुर्वे , प्र.आर. 180 सुरेश कुमार प्रजापति , आर. 488 प्रमोद गढपाल, आर. 473 रोहन कुशवाह, आर. 708 फैसल अहमद की टीम गठित की गई । जिसमे प्रकरण कि विवेचना हेतु दिनांक 29.05.2024 कि रात्रि मे रिमझिम ढाबा वीरपुर रोड बिलकिसगंज पहुचे तो ढाबे पर कोई नही मिला वहा पर ढाबा मालिक मुकेश परमार को बुलाकर ढाबे पर काम करने वाले कर्मचारियो के सबंध मे पुछताछ किया तो ढाबा मालिक व्दारा बताया गया कि ढाबे से गोविन्द राठौर व सुवित वर्मा अपने सामान के साथ बिना बताये कही चले गये है ।

बाद में संदेह होने पर गोविन्द राठौर व सुवित वर्मा कि तलाश उनके निज निवास व आस पास के क्षेत्र मे किया कोई पता नही चला बाद दिनांक 30.05.24 को मुखबीर व्दारा सूचना प्राप्त हुई की उक्त दोनो व्यक्ति बिलकिसगंज जोड़ पर कही जाने कि फिराक मे खड़े है प्राप्त सूचना पर टीम तत्काल बिलकिसगंज जोड़ पहुचकर दोनो व्यक्तियो को हमराह लेकर थाने आये जिनसे प्रकरण के सबंध मे सख्ती से पुछताछ करने पर अपना जुर्म स्वीकार करते हुये बताया कि हम दोनो का मृतक बाबू जाटव से सफाई करने की बात को लेकर दिनांक 28.05.2024 को विवाद हो गया था।

जिस कारण गुस्से मे हम लोगो ने बाबू जाटव को जान से मारने की आपस मे बात की दिनांक 29.05.2024 को ढाबे पर बने कमरे के बाहर जहा खाट पर बाबू जाटव सोता है उसके सोने का इंतजार करने लगे व बाबू जाटव के सोने पर सुवित व्दारा लकड़ी फाड़ने का लोहे का एक घन (हथोड़ा ) लाकर गोविन्द को दिया तथा गोविन्द ने सोते हुये बाबू जाटव के सिर मे कई बार उक्त घन (हथोड़ा ) से मारा जिससे बाबू जाटव की मौके पर ही मौत हो गई बाद उक्त दोनो व्यक्तियो व्दारा कप ड़े बदलकर घटना कि सूचना ढाबा मालिक मुकेश परमार को दी की बाबू जाटव को किसी ने मार दिया है आप जल्दी ढाबे आ जाओ ।

उसके बाद ढाबा मालिक व उनके साथ थाना बिलकिसगंज कि पुलिस आई तो हम दोनो उनके सामने हत्या के बारे मे कुछ नही जानने का नाटक करते रहे । बाद प्रकरण मे धारा 201,34 भादवि का ईजाफा किया गया व आरोपियो को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया गया।उक्त अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने मे निम्नलिखित अधिकारी /कर्मचारियो के व्दारा साराहनीय कार्य किया गया – उप निरीक्षक लवकुश पाण्डेय, सउनि जगदीश धुर्वे , प्र.आर. 180 सुरेश कुमार प्रजापति , आर. 488 प्रमोद गढपाल, आर. 473 रोहन कुशवाह, आर. 708 फैसल अहमद थाना बिलकिसगंज जिला सीहोर

About The Author

Related posts