कबीर मिशन समाचार।
नीमच। नीमच से मंदसौर पट्टी, चिताखेड़ा पट्टी, निम्बाहेड़ा रोड़ और भी कई तहसीलों में जाने वाली भगवा रंग की बसों का आज कल मानो तो आतंग सा मचा हुआ है। इस और परिवहन विभाग अधिकारी रितु अग्रवाल का भी ध्यान नही है। मेडम का तो पैसे बटोरने में ध्यान है। फिर चाहे जिले में प्राइवेट बसें अपनी हदे पार करते हुए परिवहन करें। पूर्व में भी कई बार बड़ी दुर्घटना हो चुकी हैं पर आरटीओ मेडम मोके पर पहुँचना तो दूर, जनप्रतिनिधियों के फ़ोन तक नही उठाती है। ऐसा लगता है कि परिवहन विभाग अभी भी किसी बड़ी दुर्घटना की राह देख रहा हो, जब से आरटीओ मेडम जिले में पदस्थ हुई है तब से प्राइवेट बस संचालक मानो अपनी मनमानी सी कर रहे हैं। और मनमानी करने से आरटीओ भी बाज नही आ रहा। पूर्व में भी नीमच की जनता को गुमराह करने के लिए चिताखेड़ा रोड़ पर जाती हुई बिना दस्तावेज की बस पर कार्यवाही के नाम पर कुछ समय के लिए आरटीओ कार्यालय में खड़ी कर खानापूर्ति की गई। सूत्रों की माने तो बड़ा सवाल यह है कि बाहेती ट्रेवल्स की एक बस जिसका क्रमांक MP44 P.0469 है जो उज्जैन आरटीओ से एनओसी लेकर नीमच आरटीओ में 32 सीटर 52 सीटर में पास हो गई। क्या इसमें भी कुछ साठगांठ रही होगी? जब इस मामले में जानकारी लेना चाही तो नीमच आरटीओ रितु अग्रवाल द्वारा फोन नही उठाया गया। और जब मधुकर सिसोदिया से बात की गई तो उनका जवाब था कि मुझे इस विषय मे कोई जानकारी नही है।
अब देखना यह होगा कि नीमच जिले की परिवहन व्यवस्था ऐसे ही डगमगाती रहेगी या बड़ी दुर्घटना से पहले किसी का ध्यान जाएगा इस ओर… आगे की खबर के लिए बने रहिये हमारे साथ