कबीर मिशन समाचार
सीतामऊ।जनपद पंचायत सीतामऊ की ग्राम पंचायतों में भृष्टाचार खुलम खुला हो रहा है न तो कोई देखने वाला न ही कोई सुननेवाला सरपंच, सचिव द्वारा सरकारी योजनाओं की राशि को फर्जी बिल व्हाउचर लगाकर ठिकाने लगाने का काम किया जा रहा है। पंचायतों द्वारा उन स्थानीय वेंडरो को भुगतान किए जिनके नाम से न कोई दुकान है और न ही वह किसी प्रकार की वस्तु या उत्पादन के सप्लायर है जनपद पंचायत के द्वारा आडिट व उपयंत्रियों द्वारा मूल्यांकन कार्य सवालो के घेरो में है।
ऐसा ही एक मामला सीतामऊ जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत लावरी का देखने को मिला यहाँ पर मानो भृष्टाचार की गंगोत्री बह रही है ग्राम पंचायत में कई धुंधले व फर्जी बिल,व्हाउचर लगाकर राशी आहरण की गई है बिलो में स्थानीय प्रतिष्ठान, दुकानों,फर्मो के बिल लगे वो कहि ढूंढने से भी नही मिल रहे। विधायक निधि से ग्राम लावरी में पेयजल पाईप लाईन जेसीबी से खुदाई कार्य का बिल क्रमांक – 06 दिनाक 30- 5-2021 को लगा हुआ पंचायत दर्पण पोर्टल पर देखा जा सकता है जिसमें जेसीबी का किराया 1000/ रुपये प्रति घण्टे के दर से दो घण्टे जेसीबी का बिल 4000/हजार रुपये बिल में दर्शाया गया है जो आम आदमी या बड़े से बड़े गणितज्ञ के समझ से परे है एक हजार रुपये प्रति घण्टे की दर से दो घण्टे के दो हजार होते है परंतु भृष्टाचार की इस अंधी दौड़भाग में चार हजार रुपये होते होंगे शायद मजेदार बात तो यह है कि बिल भी जनपद के कर्मचारियों,आधिकारियो ने बिना देखे हि भुगतान कर दिया ओर भी कई फर्मो,व दुकानों के फर्जी व बिना जीएसटी बिल लगाए गए जो फार्मो व दुकाने अभी तकअस्तित्व में भी नही आयी ग्राम पंचायत के नुमाइंदों द्वारा फर्जी भुगतान कर अपने चहेतों को लाभ पहुचाया गया है कुल मिलाकर सरपंच सचिव ने सरकारी राशी का बंदरबाट किया है जनपद पंचायत सीतामऊ सीईओ महोदय मामले को तुरंत संज्ञान में ले व जांच टीम गठित कर ग्राम पंचायत के कार्यो की निष्पक्ष जांच कराए तो दूध का दूध व पानी का पानी सामने आ जायेगा।