खमरौली मार्ग तैयार न होने पर कलेक्टर ने जाहिर की नाराजगी।
दतिया आज सोमवार को कलेक्टर संदीप कुमार माकिन एवं पुलिस अधीक्षक बीरेन्द्र कुमार मिश्रा ने शारदीय नवरात्रि के अवसर मां रतनगढ़ माता मंदिर पर लगने वाले भव्य मेले की व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण किया एवं समीक्षा बैठक भी की। बैठक में प्रभारी अपर कलेक्टर नीरज शर्मा, एसडीएम सेवढा अशोक अवस्थी, एसडीओपी सेवड़ा अखिलेश पुरी गोस्वामी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे, कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने निरीक्षण के दौरान पाया गया कि संबधित अधिकारियों को सख्त निर्देश देने के बाद भी खमरौली मार्ग अभी तक तैयार नहीं हुआ। जिस पर कलेक्टर संदीप माकिन ने संबधित अधिकारियों पर सख्त नाराजगी प्रकट की। उन्होंने पार्किंग व्यवस्था से संबध में सख्त निर्देश दिए कि किसी भी दशा में निर्धारित पार्किंग से आगे ई रिक्शा के अलावा मंदिर तक कोई भी वाहन नहीं जाएगा।
साथ ही पृथक-पृथक विद्युत व्यवस्थाएं, पेयजल व्यवस्था, साफ-सफाई एवं अस्थाई मेडीकल, अस्थाई शौचालय व्यवस्था आदि के संबध में चाक-चौबंद व्यवस्था रखने के सख्त निर्देश दिए।कलेक्टर संदीप माकिन ने कहा कि नदी पर पर्याप्त विद्युत व्यवस्था, पुलिस व्यवस्था, गोताखोर एवं सीसी टीवी कैमरे पर्याप्त मात्रा में चाक चौबंद रहने चाहिए। उन्होंने मेले में आने वाले कई श्रृद्वालुओं से चर्चा कर मेले में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी के संबध में भी जानकारी हासिल की। उन्होंने कहा कि मेले पर सभी स्थानों पर पर्याप्त लाइट, पेयजल, साफ-सफाई रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अस्थाई चिकित्सालय में बेडों की संख्या पर्याप्त रहनी चाहिए। मेले में पर्याप्त पुलिस व्यवस्था भी आवश्यक है।
जिसमें भीड-भाड़ को कंट्रोल कर सके। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में दीपावली की दोज का भव्य मेला आयोजित होगा, जिसको ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्थाएं समय पूर्ण चाक चौबंद हो जानी चाहिए, यदि इस कार्य में लापरवाही हुई तो संबधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।बैठक में उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में लगने वाले मेले के पूर्व सभी सड़के, हेलीपेड की व्यवस्था, रास्तों का संधारण, मरम्मत, मार्गो पर संकेतक एवं मेले में आने वाले बड़ी संख्या में अलग-अलग रास्तों से श्रृद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी या भीड़-भाड़ न हो ऐसे इंतजाम किये जाये। उन्होंने कहा कि माता रतनगढ़ पर जाने के बीच पुल एवं सिंध नदी पर भी सतत् निगरानी रहें जिससे कोई जनहानि की घटना ना हो पाए।
मेले के समय सभी स्थानों पर पर्याप्त लाईटे, पेयजल की व्यवस्था स्थानीय तौर पर अस्थाई चल बाथरूम एवं अस्थाई *चिकित्सालय आदि सभी व्यवस्थायें चाक-चौबंद रहे। उन्होंने कहा कि जहां-जहां पार्किंग की व्यवस्था की जाए वहां पर्याप्त और बेहरत लाइट की व्यवस्था भी हो। उन्होंने कहा कि इस भव्य मेले में सर्पदंश प्रभावित के लिए लगभग 3000 स्ट्रेचरों की व्यवस्था रखी जायेगी। मेले में वृद्ध जनों, बच्चों और गर्भवति महिलाओं के लिए ई-रिकशा की सुविधा रहेगी. केवल उन्हीं ई-रिकशा वालो को जाने दिया जाएगा जिनके पास पास रहेगा. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को गर्भवतियों के लिए अलग से टेंट की व्यवस्था जिसमें 2 महिलाडॉक्टर रहने के निर्देश दिए।
आगामी दिनों में लगने वाले भव्य मेले परिसर में अस्थाई शौचालय 20-25 की संख्या में रहे एवं पूर्व में बने शौचालयों की मरम्मत कराई जाए तथा नदी में महाजाल तथा टयूब की व्यवस्था रहे। मेले में ज्वारे चढाने वाले स्थान के आस-पास पूरी व्यवस्था रहे। मंदिर परिसर में दुकानदारों द्वारा रास्ते में किए गए अतिक्रमण कोे हटाया जाए तथा दुकानों को चिन्हित किया जाए। श्रृद्वालुओं के प्रवेश एवं निकासी मार्ग पर रोड से 55-55 फीट की दूरी पर दुकानें रखी जाए। श्रृद्वालुओं की सुरक्षा दृष्टि से जटा वाले नारियल, अगरबत्ती, धूपवत्ती आदि के लाने एवं ले जाने के विक्रय को प्रतिबंधित किया जाएगा। मंदिर पर केवल सूखे मेवे तथा इलायची दाना के प्रसाद केा चढाने की अनुमति रहेगी।
सिंध नदी के जलस्तर पर कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग द्वारा सतत निगरानी रखी जाएगी। जिला सेनानी, होमगार्ड, एसडीआरएफ की टीम सहित नदी के बहाव क्षेत्र में 6 मोटर वोट, रस्सा, सर्चलाइट, लाइफ जैकेट इत्यादि आपदा प्रबंधन की आवश्यक सामग्री की उपलब्धता रहेगी। रतनगढ़ माता, कुंअर बाबा महाराज एवं समस्त मेला परिसर में कही केाई कटे हुए तार न लगे हो। इसकी जांच कर ली जाए तथा जहां भी कटे हुए तार है। उन पर इंसुलेटर एवं टेंपिग लगाया जाए। आपात की स्थिति में 2 जनरेटर नीचे कंट्रोल रूम, दो जनरेटर मंदिर परिसर के ऊपर रहेंगे तथा एक सिंध नदी पुल घाट क्षेत्र में रहेगे।