इंदौर के कनाड़िया क्षेत्र में एक महिला ने गैंगरेप की शिकायत दर्ज कराई है। महिला का आरोप है कि 11 जून 2024 को पांच आरोपियों ने उसे अपहरण कर अरविंदो अस्पताल के गोदाम में बलात्कार किया। पुलिस ने सोमवार रात को केस दर्ज किया। महिला तीन महीने से एफआईआर की मांग कर रही थी।
पुलिस ने 3 महीने पुराना मामला सोमवार को दर्ज किया।
पुलिस ने कहा- आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
पीड़िता ने अप्राकृतिक संबंध बनाने के गंभीर आरोप लगाए।
इंदौर। इंदौर में एक महिला ने स्क्रैप व्यापारी सहित पांच लोगों पर रेप का आरोप लगाया है। महिला से यह घटना करीब तीन महीने पहले हुई थी। वह एफआईआर कराने के लिए परेशान थी। सोमवार देर रात एक 1 बजे पुलिस ने मामला दर्ज कर सभी आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। कनाड़िया पुलिस ने बताया कि महिला (34 साल) ने शहजाद मडावरा, सलीम बारी निवासी श्रीनगर कांकड, सलीम तेली पुत्र ईद मोहम्मद निवासी खजराना, इरफान अली निवासी रसलपुर देवास और नजर पठान पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। सभी पर गैंगरेप की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। सभी आरोपियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
पीड़िता की कहानी उसकी जुबानी….
11 जून 2014 को कनाड़िया में फ्लैट देखने के लिए भटक रही थी। इसी दौरान मेरी स्कूटी के सामने एक थार कार अचानक आकर रुक गई। इसमें से इरफान अली ने उतरकर मुझको जबरन कार में बिठाने की कोशिश की। मैंने विरोध किया, तो कहने लगा कि सलीम भाई तुझको 10 से 12 लाख रुपये देंगे। चल कार में बैठ जा। मैंने मना कर दिया।
इसी बीच कार में पीछे बैठा सलीम तेली बोला कि सड़क पर ही इसके कपड़े फाड़ दो। उसके बाद ही गाड़ी बैठेगी। वह इस दौरान मुझे गंदी-गंदी गालियां दे रहा था। मैं काफी डर गई थी। तभी गाड़ी में से सलीम बारिक उतरा। उसने मुझे जबरन गाड़ी के अंदर बैठा दिया। उसके बाद सफेद रंग की एक और कार आई। उसमें से शहजाद नाम का लड़का उतरा। उसने मुझे पीटते हुए गालियां दीं।
अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के लिए की जबरदस्ती
उसके बाद वह मुझको जबरन अरविंदो अस्पताल के पास बने गोदाम लेकर गए। वहां कोई नहीं था। पांचों ने कमरे में टीवी तेज आवाज में चालू कर दी थी, जिससे मेरी आवाज बाहर ना जा सके। उसके बाद सलीम ने बेल्ट निकालते हुए मुझे धमकाया कि नाच नहीं तो मार लगाउंगा। उसके आधे घंटे बाद सभी मुझसे अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने की कोशिश करने लगे। मैंने विरोध किया, तो मुझे बेल्टों से बहुत मारा। मेरा पूरा शरीर नीला पड़ गया था।
मदद के लिए चीखी तो टीवी की आवाज कर दी तेज
पीड़िता ने एफआईआर में बताया कि मैं मदद के लिए चिल्ला रही थी, जिससे किसी के कानों में तो मेरी आवाज पहुंच जाए, लेकिन टीवी की तेज आवाज की वजह से कोई नहीं सुन पाया। सलीम तेली सहित पांचों लोगों ने मेरे साथ बहुत गलत काम किया। उसके बाद मुझको एआर10 ब्रिज पर छोड़ दिया। मैं वहां से अपनी बहन के यहां पहुंच गई थी। मैं पिछले तीन महीने से शिकायत के लिए भटक रही थी। इस दौरान आरोपियों ने मुझको मारने तक की धमकी दी थी।