कबीर मिशन समाचार।
क्या फर्जी तरीके से अटैच कर कर चल रही थी स्कॉर्पियो,भुगतान कैसे हुआ जांच का मामला
मल्हारगढ़ – मल्हारगढ जनपद में कागजो में कई खेल हो रहे है ऐसा ही एक और दिलचस्प कहानी सामने आई 6 से 7 महीने से चल रही स्कॉर्पियो अचानक कहां गायब हो गई जबकि सीईओ को फील्ड के लिए शासन ने गाड़ी दे रखी है उसके बावजूद भी 6 से 7 महीने घूमे पूर्व जनपद सीईओ मेहरबान सिंह ठाकुर क्या शासन मेहरबान था या फिर जनता मेहरबान थी मेहरबान सिंह ठाकुर के रिटायर होते हैं आखिर स्कॉर्पियो कहां गायब हो गई क्या महंगी गाड़ियों के शौकीन कहीं जनता के पैसों की बंदरबांट तो नहीं कर रहे जनपद सीईओ मेहरबान सिंह ठाकुर के कार्यकाल में बिना विज्ञप्ति व बिना नियमो के जनपद पंचायत मल्हारगढ़ में स्कार्पियो अटैच हुई थी जिसके बाद सीईओ मेहरबान सिंह के रिटायर्ड होते ही गाड़ी हट गई वही पुरानी सरकारी मार्शल जीप चल रही है। नवागत सीओ आते ही स्कार्पियो गायब हो गई लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि जनपद पंचायत में गाड़ी होते हुए भी स्कॉर्पियो को फर्जी तरीके से चलाना आखिरकार इसका भुगतान किस आधार पर किया गया। यह सबसे बड़ा प्रश्न सबके मन में उठ रहा है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारी भरकम गाड़ी के डीजल के बिल लगाकर स्कॉर्पियो का भुगतान किया गया कई महीनों से चल रही स्कॉर्पियो जो कि जनपद के सीसीटीवी में देखी जा सकती हैं जिला पंचायत सीईओ को ऐसे भुगतान पर तुरंत रोक लगानी चाहिए संपूर्ण जांच कर महंगी गाड़ी के शौकीन सीईओ पर कार्रवाई करनी चाहिए।