मणिपुर को विषम परिस्थितियों से कौन निकालेगा ?
कबीर मिशन समाचार
मणिपुरअति सर्वत्र वर्जते अर्थात किसी भी चीज की अति बहुत नुकसानदायक होती है। इसलिए समय रहते परिस्थितियों को संभालने की कोशिश करनी चाहिए और यदि परिस्थिति को नहीं संभाला गया तो परिणाम सिर्फ ग़लती करने वाले को ही नहीं सभी लोगों को भुगतना पड़ता है। राहत इंदौरी का एक शेर है जो कुछ इस तरह से है , कि “लगेगी आग तो आएंगे कई घर जद में, यहाँ पर सिर्फ़ हमारा मकान थोड़ी हैं”
मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा है, कि राज्य में मौजूदा संकट ऐसे लोगों के एक समूह द्वारा उकसाया गया है जो जानबूझकर राज्य को विघटित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, भले ही संकट के कारण सभी को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन भगवान की कृपा से हम अभी भी एक साथ रह रहे हैं।बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय को आग के हवाले कर दिया गया।
गुरुवार को छात्रों का विरोध प्रदर्शन शुरुआत में शांतिपूर्ण रहा, लेकिन मणिपुर के अलग-अलग स्थानों पर पुरुषों और महिलाओं दोनों की भीड़ हिंसक हो गई। उन्होंने खोंगजाम में एक तीन मंजिला इमारत को जला दिया। इसमें बीजेपी कार्यालय था और थौबल जिले के वांगजिंग में एक और इमारत में तोड़फोड़ की।
इसमें भी बीजेपी कार्यालय था। राष्ट्र विरोधी षडयंत्र रचने के आरोपी को NIA ने किया गिरफ्तार एनआईए को पता चला है कि इन गुटों का उद्देश्य भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ना है। इसके लिए इन समूहों का नेतृत्व हथियार, गोला-बारूद और आतंकवाद के लिए उपयोग किए जाने वाले अन्य प्रकार के सामान की खरीद के लिए धन मुहैया करा रहा है। यह सामान सीमा पार से और साथ ही भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों में सक्रिय अन्य आतंकवादी संगठनों से हासिल किए जा रहे हैं।
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