उज्जैन मध्यप्रदेश

सिंहस्थ-2028 को मद्देनजर रखते हुए उज्जैन शहर में अधोसंरचना विकास के कार्य शुरू करवायें, 50 लाख से अधिक के जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं, उनका लोकार्पण प्राथमिकता से कराया जाये, ग्राम पंचायतों की नल जल योजना किसी भी स्थिति में बन्द न हो, यूजर चार्ज अनिवार्य रूप से लिया जाये-एसीएस डॉ.राजौरा

नमामि गंगे की तरह नमामि शिप्रा प्रोजेक्ट में प्रस्तावित 100 करोड़ से शिप्रा नदी का शुद्धिकरण होगा, श्रद्धालुओं को महाकाल के गर्भगृह में जल चढ़ाने के लिये विशेष व्यवस्था पुन: चालू करवायें-सांसद श्री फिरोजिया

झालरिया मठ के समीप वाहन पार्किंग डेवलप हो, मेट्रो ट्रेन का सर्कल पूरे उज्जैन शहर में हो -विधायक श्री कालूहेड़ा

900 गांव में से लगभग 666 गांवों की प्रत्येक युनिट का लैंड रिकॉर्ड का खसरा नम्बर डिजिटल करा दिया गया है -कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम, एसीएस डॉ.राजौरा ने संभागीय समीक्षा बैठक में उज्जैन में चल रहे निर्माण कार्यों एवं विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की

उज्जैन 31 दिसम्बर। अपर मुख्य सचिव डॉ.राजेश राजौरा ने निर्देश दिये कि उज्जैन जिले में 50 लाख रुपये तक के जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं, उनका प्राथमिकता से लोकार्पण कराया जाये तथा 50 लाख रुपये तक के स्वीकृत निर्माण कार्यों का भूमिपूजन भी अनिवार्य रूप से करवाया जाये। डॉ.राजौरा ने रविवार को उज्जैन संभाग के अन्तर्गत उज्जैन जिले में चल रहे निर्माण कार्यों एवं विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ली। स्थानीय एनआईसी कक्ष में सांसद श्री अनिल फिरोजिया, विधायक उज्जैन उत्तर श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव सहित प्रशासनिक अधिकारीगण उपस्थित रहे।

डॉ.राजौरा ने कहा कि शहर के आंतरिक मार्गों के सुदृढ़ीकरण के छोटे-छोटे कार्य समय पर कर लें। उन्होंने निर्देश दिये कि सिंहस्थ-2028 को मद्देनजर रखते हुए शहर के अधोसंरचना विकास के कार्य शुरू करवायें। सिंहस्थ तक सभी मूलभूत आवश्यकताओं के निर्माण कार्य हो जायें। डॉ.राजौरा ने कहा कि कलेक्टर सभी जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर नये कार्य के प्रस्ताव मंगवायें और प्रस्ताव मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत करें। उन्होंने इन्दौख से पाताखेड़ी मार्ग, तपोभूमि चौराहे से फोरलेन तक बनने वाले मार्ग, लेकोड़ा मार्ग, लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाये जा रहे रिंग रोड की कार्य योजना, बड़नगर रोड पर ब्रिज निर्माण, बांगरोद में महाविद्यालय भवन, झारड़ा और माकड़ोन में महाविद्यालय भवन, ऑडिटोरियम, सिविल अस्पताल नागदा के रिनोवेशन का कार्य, खुली जेल के निर्माण कार्य की प्रगति, उज्जैन जिले के जिला अस्पताल में 100 बिस्तर के भवन, खाचरौद में कन्या छात्रावास, तराना की जेल में बैरक निर्माण, खामली में 100 सीटर अ.जा.छात्रावास का स्थान परिवर्तन करने, कायथा में महाविद्यालय भवन तथा बेरछा में शासकीय उमावि भवन का निर्माण, तराना में सिविल अस्पताल को 30 से 100 बिस्तर करने, माधव नगर अस्पताल का 200 बिस्तर में उन्नयन, आईटीआई परिसर में दिव्यांग छात्रावास के रिवाइज सेक्शन कराने से सम्बन्धित जानकारी ली एवं आवश्यक निर्देश दिये। डॉ.राजौरा ने केडी पैलेस ब्रिज में वर्क कार्य चालू कराने, कालभैरव एवं सिद्धवट का आंतरिक विस्तारीकरण एवं जीर्णोद्धार, उज्जैन से घोंसला तक बने फोरलेन का आगे विस्तारीकरण करते हुए घोंसला से आगर तक फोरलेन बनाने के सम्बन्ध में आवश्यक निर्देश दिये।

सांसद श्री अनिल फिरोजिया ने बताया कि नमामि गंगे की तरह नमामि शिप्रा प्रोजेक्ट में 100 करोड़ रुपये से शिप्रा शुद्धिकरण का प्रस्ताव तैयार किया जायेगा। शिप्रा में मिल रहे कान्ह के पानी को डायवर्ट किया जायेगा। सांसद ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिये पुन: दोपहर एक बजे से 4 बजे तक महाकाल के गर्भगृह में जल चढ़ाने की व्यवस्था प्रारम्भ की जाये। सांसद ने बताया कि रेलवे के ट्रेनिंग सेन्टर का भूमिपूजन प्रस्तावित है। उन्होंने मांग की कि नागझिरी से नरवर तक का मार्ग फोरलेन किया जाये। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट की तर्ज पर रेलवे स्टेशन का विकास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सिक्सलेन निर्माण के दौरान महामृत्युंजय द्वार के सौंदर्यीकरण का विशेष ध्यान रखा जाये। नर्मदा-कालीसिंध योजना जो तराना-घट्टिया तक विस्तृत है उसकी टेस्टिंग का काम फरवरी तक पूरा कर लिया जाये। उन्होंने बताया कि जिले को लॉजिस्टिंग हब मिल सकता है। आवश्यकता है कि इसके लिये जमीन चिन्हित की जाये।

विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा ने कहा कि उज्जैन में वाहन पार्किंग एक बहुत बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि झालरिया मठ के आसपास की जमीन को वाहन पार्किंग के लिये डेवलप किया जाये। जो मेट्रो ट्रेन इन्दौर से उज्जैन के लिये चलेगी, उसका सर्कल पूरे उज्जैन शहर में हो। कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि लगभग 900 गांव में 666 गांव में प्रत्येक युनिट के लैंड रिकॉर्ड का खसरा नम्बर डिजिटल कर दिया गया है। शेष गांवों के लोगों के खसरा नम्बर का भी जल्द ही डिजिटलीकरण कर दिया जायेगा।

डॉ.राजेश राजौरा ने पीएचई की नल जल योजनाओं की समीक्षा की और निर्देश दिये कि ग्राम पंचायतों में संचालित नल जल योजनाएं किसी भी स्थिति में बन्द न हो। नल जल योजना का मेंटेनेंस चार्ज एवं यूजर चार्ज प्राथमिकता से जमा किया जाये। पानी की टेस्टिंग होती रहे। बताया गया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत संचालित गरीब कल्याण योजना जिले में सफलतापूर्वक चल रही है। पात्र हितग्राहियों को एक रुपये किलो के मान से गेहूं एवं चावल वितरित किये जा रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत 90 प्रतिशत पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। हर ब्लॉक में एक जन-औषधी केन्द्र संचालित है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत जिले में पांच हजार प्रकरण में अच्छी प्रगति है। छोटे दुकानदार एवं रेहड़ी वाले, सब्जी वाले नियमित रूप से लोन चुका रहे हैं। विकसित भारत संकल्प यात्रा की जानकारी देते हुए कलेक्टर ने बताया कि प्रतिदिन जिले में लगभग 22 शिविर लगते हैं। स्वास्थ्य शिविर का लोग लाभ उठा रहे हैं।

डॉ.राजौरा ने प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना एवं मनरेगा की स्थिति की भी समीक्षा की। बताया गया कि भारत सरकार द्वारा सीधे हितग्राही के खाते में राशि आवंटित की जाती है। उन्होंने पुष्कर सरोवर की स्थिति की भी समीक्षा की। डॉ.राजौरा ने नानाखेड़ा में आवासीय कॉम्पलेक्स, बड़नगर में बनने वाले सीएम राइज स्कूल, महाराजवाड़ा के रिनोवेशन, युनिटी मॉल एवं एयरपोर्ट की तर्ज पर तीन बड़े टॉयलेट गृह का निर्माण, इंजीनियरिंग कॉलेज से प्रारम्भ हो रहे साइकल ट्रेक निर्माण, वेधशाला के समीप वैदिक टॉवर के निर्माण कार्य, दशहरा मैदान में बाउंड्री वाल एवं सौंदर्यीकरण कार्य, कायाकल्प अभियान के अन्तर्गत शहर की सड़कों के निर्माण, फाजलपुरा में बनाये जा रहे शॉपिंग कॉम्पलेक्स, इंदिरा नगर में नाला एवं रोड निर्माण, सिंधी कॉलोनी से हरिफाटक तक सेंट्रल लाईट की स्वीकृति, 15 करोड़ की लागत से शहर में आंतरिक 34 सड़क निर्माण जिनमें 14 डामरीकृत रोड है, स्वीमिंग पुल एवं स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के सम्बन्ध में जानकारी ली एवं आवश्यक निर्देश दिये।

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