मध्यप्रदेश। कबीर मिशन समाचार राजकुमार
मप्र। राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में करणी सेना का आरक्षण के विरोध में प्रदर्शन जारी है। करणी सेना 21 सूत्री मांगों को लेकर अनशन पर बैठी हैं। इधर कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ नाथ ने भी करणी सेना का समर्थन किया है। कमल नाथ ने कहा है कि सबकी बात सुनो जो उचित हो वो करो। मेरा समर्थन है की करणी सेना की मांग सुनी जाएं उनको दबाने से भड़काने से क्या लाभ है। उन्होंने जो मांगे रखी है उनको पूरा किया जाए। अगर प्रदेश में हमारी सरकार आई तो मैं आरक्षण को हटाने का काम सबसे पहले करूंगा।
कांग्रेस के आरक्षण विरोधी बयान से एससी एसटी के लोगों में काफी नाराजगी नजर आई। लोगों ने कमलनाथ जी की इस बात को लेकर कांग्रेस का विरोध किया और कहा है कि कांग्रेस पार्टी जब भी सत्ता में आई है तब हमारे ही वोट बैंक के कारण आई है क्योंकि सबसे ज्यादा वोट कांग्रेस को एससी और एसटी वाले ही देते हैं। अगर कांग्रेस पार्टी का ऐसे ही रवैया रहा तो हम कांग्रेस को कभी भी सत्ता में नहीं आने देंगे हम ने ही सत्ता में बिठाया है आरक्षण विरोधियों का साथ देकर हमारे ही अधिकारों का हनन करें हम ऐसी पार्टी को कभी समर्थन नहीं करेंगे।
लोगों ने कहा है कि यदि कांग्रेस पार्टी को समर्थन करना ही था तो सबसे पहले ऊंच-नीच भेदभाव को समाप्त करने का समर्थन करते, यदि समर्थन करना ही था तो जाती तोड़ने का करते। आज भी हमारे लोगों को मंदिर में नहीं जाने देते आज भी कई ऐसे गांव हैं जहां एससी एसटी वर्ग का दूल्हा घोड़ी पर बैठकर बारात नहीं निकल सकता, और और यदि बरा बरी पर भी बैठ जाता है तो उसे अपमानित होना पड़ता है।
अगर हमारा आरक्षण ही खत्म हो गया तो लोगों का जीना मुश्किल हो जाए आरक्षण हमें किसी भी पार्टी या किसी नेता की सिफारिश नहीं मिला है आरक्षण हमें डॉ बाबासाहेब आंबेडकर के लिखे संविधान से मिला है जो आरक्षण और संविधान विरोधी पार्टी है उसको हम कभी भी सत्ता में नहीं आने देंगे।