देवास जिले की स्वास्थ्य संस्थाओं में ‘’विश्व हृदय दिवस’’ के अवसर पर जॉच एवं परामर्श शिविर आयोजित किये गये। ‘’विश्व ह्रदय दिवस’’ के उपलक्ष्य में जिले के समस्त हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (शहरी एवं ग्रामीण), उपस्वास्थ्य केंद्रों में जॉच एवं परामर्श शिविर आयोजित किया गया। जिसमें 30 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियो का स्वास्थ्य परीक्षण कर विश्व हृदय रोग से बचाव व निदान के बारे मे जानकारी दी गयी। शिविर मे आवश्यक निःशुल्क जॉच कर उचित परामर्श व सलाह दी गयी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विष्णुलता उईके ने बताया की जिले में प्रतिवर्षानुसार विश्व ह्रदय दिवस गया। इस अवसर पर नागरिकों हृदय रोग व उच्च रक्त चाप से बचाव के प्रति जागरूकता के साथ-साथ पौष्टिक आहार व जीवन शैली में परिवर्तन के लियें जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि विश्व हृदय दिवस का उद्देश्य हृदय रोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और उनके वैश्विक प्रभाव को कम करने के लिए उन्हें कैसे नियंत्रित करना है। हृदय रोग कार्डियक वैस्कुलर डिसीज (सीवीडी) विश्व स्तर पर मृत्यु का सबसे आम कारण है। अनुमानित 17 मिलियन लोग हर साल कार्डियक वैस्कुलर डिसीज से मर जाते हैं। इन मौतों का प्रमुख कारण कोरोनरी हृदय रोग या स्ट्रोक थे।
सीवीडी के बारे में एक आम गलत धारणा यह है कि यह विकसित देशों में अधिक लोगों को प्रभावित करता है जो प्रौद्योगिकी पर अधिक निर्भर हैं और गतिहीन जीवन शैली का नेतृत्व करते हैं। लेकिन 80 प्रतिशत से अधिक मौते मध्यम और निम्न आय वाले देशों में होती हैं। हृदय रोग के मुख्य कारक हैं, जिनमें व्यायाम की कमी, धूम्रपान और खराब आहार, उच्च रक्तचाप, धूम्रपानध्तम्बाकू सेवन, वसायुक्त भोजन शामिल हैं। इसलिए बचाव के उपाय नियमित जाँच एवं परामर्श, व्यायाम, तनाव मुक्त जीवन, भरपुर नींद भोजन में नमक व वसा की अल्प मात्रा रक्तचाप (बी.पी.) जाँच नियमित करवाये, स्वस्थ्य हृदय ही दीर्घ एवं स्वस्थ जीवन की कुंजी है। आपके दिल की धड़कन कराती है जीवन का एहसास, फिर क्यों न करें इसकी समुचित देखभाल की जाये।