राज्य आनंद संस्थान द्वारा एस एन कालेज खंडवा में मनाया विश्व आत्महत्या निषेध दिवस सकारात्मक सोच रखें एवं तनाव मुक्त रहे मास्टर ट्रेनर नारायण फरकले
कबीर मिशन समाचार खंडवा
खंडवा:-मध्य प्रदेश राज्य आनंद संस्थान आनंद विभाग खंडवा द्वारा एस एन कालेज खंडवा में विश्व आत्महत्या निषेध दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें आत्म हत्या नहीं करने की सपत भी दिलाई गई।
कार्यक्रम के प्रारंभ में राज्य आनंद संस्थान के आनंद सहयोगी महेंद्र ताड़गे ने राज्य आनंद संस्थान का परिचय देते हुए कहा कि इस संस्थान से जुड़ने के लिए गुगल से वेवसाइट पर जाकर पंजियन कर अल्पविराम कार्यक्रमों के माध्यम से शामिल होकर आप अपने जीवन में आनंद का संचार कर सकते हैं।
मास्टर ट्रेनर नारायण फरकले ने संबोधित करते हुए कहा हमेशा सकारात्मक सोच रखें एवं जीवन में आनंदित रहें एवं पृकति से भी जुड़े जिससे भी तनाव मुक्त रह सकते हैं।
यदि हम बात करें दुनिया की तो 97करोड़ लोग मानसिक रोग से पीड़ित हैं।मानसिक रोग से हर 8 में से एक व्यक्ति ग्रसित हैं, भारत में 25करोड़ से ज्यादा आबादी के लोग मानसिक रोग एवं नसे की लत से ग्रसित है।
भारत में 50से70प्रतिशत लोग इसका इलाज नहीं करवाते और यही कारण से हर साल मानसिक बिमारियों से तंग आकर लगभग एक लाख 30हजार लोग आत्म हत्या कर लेते हैं। आत्म हत्या के विचार आना मानसिक बीमारी के लक्षण है।इसे कम करने के लिए हम एक प्रयास कर सकते हैं ।
क्या आप महसूस करते हैं कि जिसे आप जानते हैं वो किसी मुसीबत में है तब आपको चाहिए कि परेशान व्यक्ति के प्रति सहानुभूति रखें उसे सुनें, उसकी देखभाल करें उसका सहयोग करें और उपचार दिलाने में उसकी सहायता करें। उन्हें बताये किआपके होने का महत्व है और आप अपने परिवार के लिए एक महत्वपूर्ण व्यक्ति हो,आप अकेले नहीं हैं, जीवन अनमोल है।उनसे बात करे,और इस तरह उनके तवाव को दूर करने में हम सहयोग कर सकते हैं।
आत्म हत्या करने वाले व्यक्ति की पहचान हम कैसे करेंगे।यदि कोई व्यक्ति आपके आसपास गुमसुम बैठा दिखाई दे, किसी से बात न करता हो,या बहुत ज्यादा चिड़चिड़ापन हो, बहकी-बहकी बातें करता हो, तो ऐसे व्यक्ति के पास बैठे ,सक करना, अपनी प्रिय वस्तु किसी को भेंट करना,आदि लक्षणों से हम उन्हें पहचान सकते हैं।और उनका इलाज भी किया जा सकता है।मानसिक तनाव का सामना करना एवं दूर करने में उपाय भी बताये, फरकले ने कहा कि पुरानी सफलताओं को याद करें।समुह में काम करने की आदत डालें, सुंदर सुंदर स्थानों पर जाकर प्राकृतिक नजारे देखे, दिल खोलकर हंसे,और धीमा हल्का संगीत का आनंद लें सुनें।सही योजना बना कर पहले से ही आने वाले कल की तैयारी करें।तनाव महसूस होने पर स्वयं से और किसी अपने से बात करें।
मैदानी खेलों से जुड़े और रोजाना व्यायाम करें।मोबाईल का उपयोग जरूरी हो तो ही करें।पर्याप्त आराम करें और पूरी नींद लें।योगकरे योग से मनुष्य के मानसिक शारीरिक और आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है।
शांत समय में स्वयं से जुड़े और अपने भीतर झांकने का प्रयास करें। हमारे भीतर ही हर समस्या को हल करने की शक्ति है।उसे खोजें स्वयं से बात करें।तो स्वयं भी आनंद से रहेंगे और दूसरों को भी आनंदित रख पायेंगे।
इस अवसर पर राजकुमार मालाकार, राहुल राठवे, विजय कुमार सनावा, सोलंकी सर,दिलावर सोनरिश, मेंटर्स,बी एस डब्ल्यू एवं एम एस डब्ल्यू के विद्यार्थीयों ने शामिल होकर आत्महत्या नहीं करने एवं दूसरों को भी करने से रोकने की सपत ली ।